भारत में बेरोजगारी का मुद्दा इस समय काफी चर्चा में है और इसका एक कारण अर्थव्यवस्था पर असर भी है। अगर अर्थव्यवस्था में उछाल नहीं आएगा तो ऐसे में नए रोजगारों का सृजन होना भी मुश्किल हो जाता है। मार्केट रिसर्च कंपनी इपसोस ने हाल में एक सर्वेक्षण ‘वॉट वरीज द वर्ल्ड’ (What worries the world) जारी किया है। इसके मुताबिक 46 प्रतिशत भारतीयों में बेरोजगारी को लेकर चिंता है। अक्तूबर के मुकाबले नवंबर में तीन प्रतिशत शहरी भारतीयों में यह चिंता बढ़ गई। अब सरकार ने साल 2020 में रोजगार के अवसर बढ़ाने का दावा किया है। सरकार ने किन क्षेत्रों में नौकरियों के अवसर सृजित करने का वादा किया है,
- सर्वेक्षण करने वाली कंपनी का मानना है कि सरकार को इस समय रोजगार पैदा करने के बारे में सोचना चाहिए। भारत की ज्यादातर अबादी युवा है। ऐसे में अगर सरकार रोजगार के अवसर नहीं बनाएगी तो युवाओं में असंतोष बढ़ सकता है।
- सर्वेक्षण में एक चौंकाने वाली बात भी सामने आई है कि बेरोजगारी को लेकर चिंता के बावजूद 69 प्रतिशत शहरी नागरिक, भारत जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है इसे लेकर आशावादी हैं
- केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने हाल में कहा था कि भारत में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अगले साल तक चार करोड़ नौकरियां पैदा होने की संभावना है। भारतीय स्वास्थ्य सेवा उद्योग साल 2022 तक तीन गुना बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा उपकरणों का बाजार साल 2025 तक 50 अरब डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है।
- फिलहाल भारत दुनिया के शीर्ष 20 चिकित्सा उपकरणों के बाजार में शामिल है। जापान, चीन और दक्षिण कोरिया के बाद भारत एशिया में चौथा सबसे बड़ा चिकित्सा उपकरणों का बाजार है। अगर चिकित्सा कारोबार और बाजार बढ़ेगा तो साथ ही लोगों को रोजगार भी मिलेंगे।
- विशेषज्ञों के अनुसार साल की शुरुआत से ही सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में खाली पड़े पांच लाख से अधिक पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। इस साल आर्थिक सुस्ती कम होगी, जिसके बाद उत्पादन, वितरण और सेवा क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- निप्पो फाउंडेशन के अनुसार भारत के 78 प्रतिशत युवाओं को इस बात का विश्वास है कि साल 2020 में करियर के लिहाज से उनका भविष्य काफी अच्छा होगा।
- इस साल केंद्र सरकार नया फ्यूचर स्किल्स प्राइम प्रोग्राम शुरू करने जा रही है। इसके इसके तहत 4 लाख युवाओं काे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ब्लॉक चेन जैसे भविष्य के नए करियर क्षेत्रों में ट्रेनिंग शुरू कर दी जाएगी। इन पर 436 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
- स्वास्थ्य मंत्रालय का अनुमान है कि सरकार स्वास्थ्य बीमा योजना, आयुष्मान भारत से पांच साल में करीब 10 लाख लोगों को रोजगार देगी। सरकार अब सरकारी और निजी अस्पतालों में सीधे तौर पर एक लाख आयुष्मान मित्र तैनात करने की तैयारी में है।
- इन आयुष्मान मित्रों को 15 हजार रुपए महीना का वेतन दिया जाएगा। इसके बाद डॉक्टर, नर्स, स्टाफ, टेक्नीशियन जैसे अन्य पदों पर भी नौकरियों के अवसर बनेंगे।
- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) अगले चार से पांच साल में एक करोड़ नए रोजगार के अवसर सृजित करने की योजना की बात कर रहा है। नोमूरा रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ खंडों में एमएसएमई का विकास होने पर अगले चार से पांच साल में रोजगार के एक करोड़ अतिरिक्त अवसर मिल सकते हैं।
- भारत विश्व में पर्यटन के क्षेत्र में सबसे अधिक रोजगार देने वाला देश है। केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक भारत पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा नियोजक है। जिन लोगों को इससे रोजगार मिला है, उनमें ज्यादातर गरीब है।
- भारत में करीब 8.21 करोड़ लोगों को पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार मिला हुआ है।विदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने अमेरिका, यूरोप, चीन सहित देशों में कई अभियान चलाए हैं।