धमतरी – बच्चे को मिला नया जीवन….पेटल्स अस्पताल रायपुर के चिकित्सकों की बड़ी सफलता

रायपुर। मई 2018 में धमतरी में जन्में एक बच्चे को पेटल्स अस्पताल रायपुर के चिकित्सकों की टीम ने नया जीवन दिया है।जन्म के तुरंत बाद उसके हालात को देखते हुए धमतरी के अस्पताल से रिफर कर दिया तब बच्चे के परिजन रायपुर समता कालोनी स्थित पेटल्स अस्पताल ले आए, जहां जांच के बाद पता चला कि बच्चे की आहार नली बंद है। बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल NISU वेंटिलेटर में रखा गया और डॉ. पूजा धुप्पड़ के नेतृत्व में डॉ अरुण कुमार, डॉ कुल दीपक वर्मा, डॉ वीरेंद्र कुजूर, डॉ रोहित शर्मा, डॉ अमीन मेमन, डॉ मनोज लाहोटी, डॉ हर्षवर्धन सिंग ने एक सफल सर्जरी कर छोटी आंत में आहार देने के लिए रास्ता बनाया गया।पिछले वर्ष फिर एक सर्जरी कर बच्चे की आहार नली बनाई गई व पेट के कुछ हिस्से को ऊपर ले जाकर आहार नली से जोड़ा गया जो महीने भर में सिकुड़ने लगा जिसे फिर दूरबीन द्वारा फैलाया गया।अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है या व स्वयं मुंह से खाना पीना ले रहा है।
उक्त जानकारी डॉ पूजा धुप्पड़ ने एक प्रेसवार्ता के माध्यम से दी जिसमे उनकी टीम के साथ बच्चे व उसके माता पिता मौजूद थे। डॉ पूजा धुप्पड़ ने बताया कि यह विकार जन्म के समय 4-5 हजार में से एक बच्चे में पाया जाता है। आमतौर पर इस बीमारी से बचना मुश्किल रहता है।बड़े से बड़े अस्पतालों में बमुश्किल 10 प्रतिशत बच्चे ही इस बीमारी से निकल पाते है। जन्म के समय बच्चे के मुंह मे लार आना या दूध ना पीना, शरीर नीला पड़ जाना इसके लक्षण होते है।इन्हें जन्म के पश्चात तुरंत ही ऑपरेशन की जरूरत होती है।
बच्चे के पिता गौतम पटेल ने बताया कि वह दुर्ग जिले से है और उनकी पत्नी का नाम गोमती है। मई 2018 में डिलवरी के बाद बच्चे की स्थिति नाजुक थी तो डॉक्टरों ने रायपुर रिफर कर दिया और हम पेटल्स अस्पताल ले कर आए।बच्चे के इलाज के लिए अबतक करीब 10 लाख रूपए लग चुके है जिसमें से आयुष्मान योजना से शासकीय सहायता मिली जिससे इलाज में बड़ी मदद मिली इसलिए हमने अपने बच्चे का नाम आयुष्मान पटेल रखा।
आयुष्मान की मां गोमती पटेल ने अपने स्वस्थ बच्चे का श्रेय पेटल्स अस्पताल के चिकित्सकों की टीम को दिया और कहा कि डॉक्टरों ने उनके बच्चे को नया जीवन दिया है।

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