रांची: अफीम के सौदागरों ने झारखण्ड की राजधानी रांची में अपने पैर जमाने शुरू कर दिए हैं. झारखंड पुलिस के अनुसार, अफीम के सौदागरों का एक बड़ा गिरोह रांची में सक्रिय हुआ है, जो अफीम की खेती के माध्यम से कमाई और युवाओं को अफीम के नशे में धकेलने की कववाद में लगा हुआ है.
रांची की उपजाऊ भूमि और स्वच्छ वातावरण को अफीम के सौदागरों ने नशीला बना दिया है. रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सिंगरसराय में बड़े स्तर पर अफीम की खेती की जा रही है. यह खेती रिमोट इलाके में की जाती है, जहां पर परिंदे का पर मारना भी कठिन होता है. ऊंचे पहाड़ों और घने जंगलों के बीच में तय समय से इस खेती की जाती है. इन खेतों तक बिना किसी सुरक्षा के पहुंचना खतरे को निमंत्रण देने जैसा होता है.
भले ही एक बड़े क्षेत्र में नशे की खेती की गई है, किन्तु इस सुनसान जंगलों के बीच जो नशे के सौदागर मौजूद हैं, वह निरंतर अपने फसल की मोनेटरिंग भी करते हैं. सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि मीडिया इसे खबरों में भी लाना चाहे तो उसके लिए उन्हें काफी हिम्मत दिखानी होगी कि वह ग्राउंड जीरो पर पहुंच कर इसका पता लगा सकें.