वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी के अंतर्गत आने वाले बभानियाव गांव में खुदाई के दौरान 4000 वर्ष प्राचीन शिवलिंग के मिलने के बाद खुदाई स्थल देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ आया। यह प्राचीन शिवलिंग उस समय मिला जब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय यानी BHU के प्राचीन इतिहास विभाग की एक टीम शहर से 18 किलोमीटर दूर बभनियाव गांव में पुरातात्विक खुदाई में लगी हुई थी।
BHU के प्रोफेसर ने खुदाई के दौरान प्राचीन ‘शिल्प ग्राम’ होने की संभावना जाहिर की। यह गांव 3500 वर्ष प्राचीन बताया जा रहा है। BHU के प्रोफेसरों ने यह दावा बभनियाव गांव में सर्वे करने के बाद प्राप्त हुए ताम्र पाषाण काल के मिट्टी के बर्तनों और कुषाण काल की ब्राह्मी स्क्रिप्ट बाद किया है। दरअसल, वाराणसी हेरिटेज प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत पंचकोस परिक्रमा के लिए आस-पास के इलाक़ों में सर्वे का काम आरंभ किया गया था।
सर्वे के दौरान बभानियाव गांव में कई सौ वर्ष पुराने अवशेष बरामद हुए। बीएचयू के पुरातत्व विभाग ने खुदाई आरंभ की तो 4000 वर्ष प्राचीन गुप्त कालीन शिवलिंग प्राप्त हुआ। BHU के प्राचीन इतिहास के प्रोफेसर मानते हैं यह स्थान गुप्त काल के दौरान लोगों द्वारा उपासना किए जाने का स्थल रहा होगा। अब इसके संबंध में और अधिक जानकारी जुताई जा रही है ।