सूरजपुर. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर (Surajpur) जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के प्रतापपुर में दो दिनों के अंदर दो हथिनियों की मौत हो गई. इस घटना से पूरे जिले में हड़कंप मच गया है और वन विभाग के अधिकारियों के हाथ- पांव फुल गए हैं. उनके पास अब सवालों के जवाब तक नहीं है. दरअसल. प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के गणेशपुर जंगल (Ganeshpur Jungle) में मंगलवार को एक गर्भवती हथिनी (Pregnant Elephant) की संदेहास्पद स्थित में मौत हो गई थी. वहीं, आज फिर उसी जंगल में एक और हथिनी की मौत हो गई.
अब दो हथिनियों की मौत के बाद वन विभाग पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. खास बात यह है कि एक दिन पूर्व जिस हथिनी की मौत हुई थी, उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद गर्भवती होने पुष्टी हुई है. असपास के लोगों का कहना है कि उस हथिनी की प्रसव पीड़ा से कराहने की आवाजें रातभर सुनी गई थीं. लेकिन गर्भवती हथिनी की प्रसव पीड़ा की आवाजें वन विभाग के कानों तक नहीं पहुंची. वहीं, आज फिर जब एक और हथिनी का शव उसी जंगल में मिला तो वन विभाग ने फिर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का हवाला देते हुए पल्ला झा दिया.
18 हाथियों का दल क्षेत्र में कर रहा विचरण
गौरतलब है कि इन दिनों प्रतापपुर क्षेत्र के गणेशपुर इलाके में अठारह हाथियों का दल विचरण कर रहा है. ऐसे में हाथियों की निगरानी की जिम्मेदारी वन विभाग के अमले पर ही है. लेकिन दो दिनों में दो हथिनी की मौत से ग्रामीण भी सकते में आ गए हैं और उनके आंखों में भी आंसू हैं. पर अपनी लचर कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले विभाग के अधिकारियों के पास हथिनियों की मौत के कारणों का जवाब तक नहीं है. लिहाजा इन हथिनियों की मौत का जिम्मेदार कौन होगा यह सवाल बना रहेगा.