रायपुर. 19 जून 2020
खुली चराई को रोकने के साथ फसलों और मवेशियों की सुरक्षा के लिए रोका-छेका प्रथा पर गंभीरता से अमल ने चरवाहों को भी खुश होने का मौका दिया है। इसका उदाहरण आज बालोद जिले के गुरूर विकासखंड के ग्राम चंदनबिरही में देखने मिला। वहां गौठान में मौजूद चरवाहा बरातू यादव गांव में रोका-छेका व्यवस्था शुरू होने पर काफी खुश दिखे और मनमोहक दोहा सुनाकर झूमकर नाचते रहे। इस दौरान रोका-छेका की शुरूआत और वहां आयोजित कार्यक्रम का जायजा लेने गौठान पहुंचे कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने ताली बजाकर चरवाहा बरातू यादव का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बरातू की सराहना कर मवेशियों की अच्छी तरह देखभाल करने कहा।