पखांजुर : कांकेर जिले के अंतर्गत विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत डोरकट्टा में आज भी महिलाएं शौच के लिए जंगल जाने को मजबूर है, मामला है डोरकट्टा पंचायत के ग्राम pv 53 आनंदनगर का जहा भारत सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना दम तोड़ती दिखाई दे रही है, इस गांव की महिलाएं आज भी शौच के लिये जंगल जाते है, ग्रामीणों का शिकायत है कि अब तक शासन की कोई भी योजनाओं का किसी प्रकार से ग्रामीणों को फायदा नही मिला, न ही गैस, न इंद्रावास, न ही शौचालय मिला लोग अपनी मांग को लेकर पंचायत कार्यलय के चक्कर काटते रहे, पर किसी ने भी कोई सुध नही ली है, वही ग्रामीणों का कहना है कि जिस किसी को शौचालय मिला भी उनसे 20 बोरी सीमेंट मिलने का हस्ताक्षर सचिव द्वारा लिया गया जब कि हितग्राहियों को मात्र 14 बोरी ही सीमेंट दिया गया, और जिन लोगो ने स्वम् अपना किसी प्रकार से शौचालय बनवाया उनके शौचालय पर भारत सरकार का नारा लिख दिया गया न कि किसी प्रकार का कोई पैसा दिया गया, गांव की महिलाओं का कहना है कि छत टपकते शौचालय के छत ढकने के लिये सचिव से 2 टीने की मांग की गई, वो भी हमे आज तक नही मिल पाया है।
यही सब से परेशान होकर गांव की महिलाओं ने पंचायत द्वारा किये गये अब तक के कार्य की जाँच की मांग की है। ग्रामीणों द्वारा, कई अन्य भ्रष्टाचार के होने की आशंका भी जताई जा रही है ।
वही एक ओर शासन की योजनाओं पर वाहवाही बटोरी जा रही है वही दूसरी ओर नक्सल प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं की जमीनी हकीकत कुछ और ही वया कर रही है।