आराध्या की वजह से फिल्मों में ‘बोल्ड सीन’नहीं करते अभिषेक बच्चन, बोले निकल गईं कई फिल्में

बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन जल्द ही वेब सीरीज ब्रीद: इंटू द शैडो से अपना डिजिटल डेब्यू करने जा रहे हैं। अभिषेक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि ‘बोल्ड सीन’ नहीं करने की वजह से वह कई प्रोजेक्ट्स गंवा चुके हैं। उन्होंने ‘नो-इंटिमेट सीन ऑन-स्क्रीन’ पॉलिसी के बारे में खुलकर बात की, जिसका वह कई सालों से पालन कर रहे हैं। अभिषेक ने कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे उनकी बेटी आराध्या असहज महसूस करे।

उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहता जिसे देखकर मेरी बेटी थोड़ी भी असहज हो और मुझसे सवाल करे कि यहां क्या चल रहा है। मैं अपने निर्देशकों से भी प्रोजेक्ट्स साइन करने से पहले कह देता हूं कि अगर कोई ऐसा सीन है जिसमें बहुत इंटिमेट सीन्स हैं तो मैं करने को तैयार नहीं हूं। आपके पास विकल्प है’।

अभिषेक ने बताया कि उन्होंने बोल्ड सीन नहीं करने की वजह से कई प्रोजेक्ट गंवा दिए हैं। हालांकि, उन्हें अपने फैसले पर जरा भी अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इंटिमेट सीन निर्देशक की कहानी का एक जरूरी हिस्सा है तो वह खुशी से प्रोजेक्ट्स से पीछे हट जाते हैं। उन्होंने कहा कि कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि मेरा अलग पॉइंट और व्यू होता है और निर्माता-निर्देशक का अपना पॉइंट ऑफ व्यू होता है। अगर वह उस पर कोई समझौता नहीं करना चाहते तो मैं पूरी तरह उसका सम्मान करता हूं। यह पूरी तरह से ठीक है।

कई लोगों से मांगा था काम

अभिषेक ने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर बताया था, ‘साल 1998 में मैं और राकेश ओम प्रकाश मेहरा अपना करियर एक साथ शुरू करने वाले थे। उनके निर्देशन में वह काम करने वाला थे। हालांकि उन्हें लॉन्च करने वाला कोई नहीं मिला। इसके लिए उन्होंने कई बार कोशिश की। एक घटना को याद करते हुए वह आगे लिखते हैं कि उन्होंने कितने निर्माताओं और निर्देशकों के चक्कर लगाए और लोगों से फिल्म में काम करने, बॉलीवुड में एक्टिगं के लिए कई लोगों से कहा। हालांकि ऐसा नहीं पो पाया। इसके बाद ओम प्रकाश मेहरा और अभिषेक ने खुद ही कुछ करने का विचार बनाया और फिल्म ‘समझौता एक्स्प्रेस’ पर काम शुरू किया। हालांकि वो फिल्म कभी बन नहीं सकी।’

अभिषेक आगे बताते हैं कि राकेश मेरे पिता के साथ ‘अक्स’ बनाने लगे और मैं जेपी साहब से मिला। जेपी साहब ‘आखिरी मुगल’ बनाना चाहते थे और उन्हें नए चेहरे की तलाश थी….मैं खुशकिस्मत रहा। उन्होंने ‘आखिरी मुगल’ तो नहीं बनाई लेकिन ‘रिफ्यूजी’ बनाई। इसके दस साल बाद मैं रोकश ओमप्रकाश मेहरा के साथ ‘दिल्ली 6’ में नजर आया।  इसके बाद ‘दिल्ली 6’ और मेरे पिता अमिताभ बच्चन के साथ बनाई फिल्म ‘पा’ रिलीज हुई। अभिषेक बच्चन ने आगे लिखा कि कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें काफी कुछ मिला और समय के साथ ही साथ उन्होंने बहुत कुछ सीखा

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