सावन में महादेव की अराधना की जाती है। महादेव का अभिषेक कर पूजा-अर्चना करने से शिवभक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। हालांकि, सावन के इस पवित्र मास में एक ऐसा भी दिन है जो माता पार्वती को बेहद प्रिय है। बता दें कि सावन के मंगलवार को अगर माता पार्वती की आराधना की जाए तो भक्तों को निरोगी काया का फल मिलता है। कहा जाता है कि सावन के हर मंगलवार को मंगला गौरी की अर्चना करने से कुंवारी कन्या को भगवान शिव जैसा वर प्राप्त होता है। सिर्फ महिलाएं ही नहीं, अगर पुरुष भी मंगला गौरी की आराधना सावन के हर मंगलवार को करेंगे, तो उन्हें भी मानसिक शांति मिलेगी। यहां हम आपको 5 ऐसे कार्य बता रहे हैं जो इस दौरान बेहद फलदायी साबित हो सकते हैं।
1. सावन मास के हर मंगलवार को देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा जोड़े में यानी पति-पत्नी साथ मिलकर करें तो दांपत्य जीवन में प्रेम का समावेश रहता है। साथ ही कष्टों से मुक्ति भी मिलती है।
2. इस दिन सुहागनें अगर सुहाग की सामाग्री मां मंगला गौरी को भेंट करती हैं, तो उनके दांपत्य जीवन में प्रेम भरा रहता है। साथ ही जीवन साथी का सहयोग भी प्राप्त होता है।
3. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिन लोगों के विवाह में देरी होती है, उनको सावन सोमवार के साथ मंगला गौरी की पूजा करनी चाहिए। इससे विवाह का योग प्रबल होता है।
4. मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करना बहुत अच्छा माना जाता है। यह पाठ करने से भक्तों में आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति का समावेश होता है। इससे नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं और सुख-शांति भी बनी रहती है।
5. इस दिन अगर हनुमानजी को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर लगाया जाए तो मांगलिक दोष का प्रभाव कम हो जाता है। हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल प्रिय है।