रायपुर. बच्ची से जुड़े रेप और दुर्व्यवहार के संवेदनशील मामले में रायपुर पुलिस ने कार्रवाई का मिजाज बदल दिया है। आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने इन्वेस्टिगेशन का काम फटाफाट मोड में पूरा करते हुए पुलिस चार्जशीट भी फटाफट तरीके से पेश कर रही है। कोर्ट बंद होने के कारण न्यायालयीन कार्यवाही में जरूर विलंब है, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी के बाद चालान पेश करने 90 दिनों का इंतजार खत्म कर 10 से 15 दिनों में ही आरोपपत्र बनाने कवायद तेज की है। माहभर में घटित संवेदनशील अपराधों में चार से पांच बड़े प्रकरण हैं, जिनमें पुलिस ने आरोपियों को शिकायत मिलते ही न सिर्फ तुरंत पकड़ा है, बल्कि उनके विरुद्ध कोर्ट में आठ से दस दिनों के भीतर आरोपपत्र दाखिल करने जांच कार्रवाई पूरी की है। आमतौर पर दुष्कर्म जैसे मामले में अब तक 90 दिनों के भीतर आरोपपत्र दाखिल करने के नियम से कार्रवाई होती रही है, लेकिन अब कार्रवाई के तरीके में बदलाव करते हुए जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करने के निर्देश हर थाने को मिले हैं। पुलिस अफसरों का कहना है, चार्जशीट जल्द पेश होने का सबसे ज्यादा फायदा पीड़ित पक्षकार को है, जहां आरोपी को भी जल्द से जल्द सजा मिलना तय है।
रेप-छेड़खानी के मामलों में कोर्ट में 15 दिनों के भीतर पेश होगी चार्जशीट
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