छत्तीसगढ़ के रायपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त रूख अपना लिया है। अब अपनी जानकारी छिपाने या टेस्ट में सहयोग नहीं करने वालों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। सीएमएचओ व इंसीडेंट कमांडर ने इसको लेकर शिकायत की थी। जिसमें कहा गया था कि कई लोग जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
ऐसे लोगों पर दर्ज होगी एफआईआर
- सैंपल लेने के दौरान कुछ लोगों ने गलत मोबाइल नंबर और अधूरे पते दिए।
- कुछ ऐसे भी थे, जिन्होंने बाद में अपना मोबाइल बंद कर लिया। रिपोर्ट आने पर ट्रेसिंग नहीं हो पाई।
- कुछ ऐसे भी हैं, जो मरीजों को अस्पताल या आइसोलेशन में ले जाने पर बाधा डालते हैं। इनकी लापरवाही से संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।
लापरवाही से संक्रमण फैलने का खतरा
- जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोविड पॉजिटिव व्यक्ति की पहचान होने पर प्राइमरी व सेकेंडरी कांटेक्ट ट्रेसिंग का जल्द पता लगाया जाए।
- जो लोग हाई रिस्क में हैं या ऐसे लोगों की जानकारी मिलती है तो 12 घंटे में उनका टेस्ट अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। कबीर नगर थाने में पदस्थ एएसआई उत्तरा कुमार नेताम (55) की शनिवार को मौत हो गई। बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें शुक्रवार को एम्स में भर्ती कराया गया था। उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है।
एएसआई उत्तरा नेताम को कल कराया गया था एम्स में भर्ती
कबीर नगर थाने में पदस्थ एएसआई उत्तरा कुमार नेताम (55) की शनिवार को मौत हो गई। बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें शुक्रवार को एम्स में भर्ती कराया गया था। उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है। बीमारी को देखते हुए उनके कोरोना संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। वह 30 अगस्त से छुट्टी पर थे।
स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के लिए पहुंची केंद्र की टीम
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रायपुर पहुंची है। उसने एम्स और मेकाहारा का निरीक्षण किया। यह टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर केंद्र व राज्य सरकार को सौंपेगी। टीम में शामिल डॉक्टरों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर स्टेट गवर्नमेंट के ऑफिसर्स को ट्रेनिंग दिलवाने की भी अनुशंसा की जाएगी।