नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की सांसद सरोज पांडे ने छत्तीसगढ़ राज्य में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने की मांग को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया है।
सरोज पांडेय ने जहां मोदी सरकार की ओर से किए गए उपायों की तारीफ की, वहीं कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया ने लॉकडाउन से लेकर डॉक्टरों की मौत पर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया। पुनिया ने कहा कि बिना सोचे-समझे लॉकडाउन कर दिया गया। लॉकडाउन में उद्योग-व्यवसाय बंद होने के बाद मजदूरों के बारे में भी विचार नहीं किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि मुख्यमंत्रियों से 15 बार वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई, तो फिर लॉकडाउन करने से पहले क्यों नहीं चर्चा की? सभी राजनीतिक दलों से क्यों नहीं चर्चा की? सरोज ने कहा कि कोरोना वारियर्स पर हमले करने वालों पर जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इस पर पुनिया ने पूछा कि फिर कोरोना वारियर्स की मौत पर आर्थिक मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा।
सरोज पांडेय ने कहा कि कोरोना वारियर्स की सुरक्षा और संक्रमण काल में स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं को क्षति से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कई प्रावधान किए हैं। कोरोना वारियर्स पर हमला करने वालों को तीन माह से लेकर पांच साल तक की सजा हो सकती है। 50 हजार से लेकर दो लाख तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। स्वास्थ्यकर्मी पर हमला करने वालों की सजा छह महीने से लेकर सात साल तक बढ़ाई जा सकती है। जुर्माना एक लाख से पांच लाख तक हो सकता है।