नई दिल्ली: चीन से तनातनी के बीच भारतीय सेना अपनी सुरक्षा को और मजबूत करने में जुटी हुई है. ऐसे में चीन की हर चाल पर पर भारतीय सेना नजर बनाए हुए है. किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए भारतीय सेना बिल्कुल तैयार है. इसी का नमूना आज लद्दाख में देखने को मिला. यहां भारतीय वायुसेना में शामिल हुए राफेल विमान आज लद्दाख के आसमान में गर्जना करते हुए उड़ान भरते दिखाई दिए. बता दें कि अभी राफेल की तैनाती की गई है, लेकिन इससे पहले मिराज और सुखोई लड़ाकू विमानों की तैनाती हो चुकी है.
बता दें कि हाल ही में 5 राफेल लड़ाकू विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है. रविवार के दिन राफेल के साथ साथ मिराज विमानों को भी उड़ान भरते व गश्त करते देखा गया. बता दें कि 10 सितंबर को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित समारोह के बाद राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल किया
राफेल विमानों को वायुसेना में शामिल किए जाने को लेकर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा था कि राफेल को सही समय पर वायुसेना में शामिल किया जा रहा है. इनके आने से भारतीय वायुसेना की ताकत में वृद्धि होगी. साथ ही उन्होंने बताया कि राफेल विमानों को गोल्डन ऐरोज स्कॉड्रन में शामिल किया जाएगा. बता दें कि हाल ही में खबर आई थी कि चीनी सेना द्वारा तिब्बत क्षेत्र में लड़ाकू विमानों की तैनाती की गई है, इसी के जवाब में भारतीय सेना द्वारा ऐसा कदम उठाया गया है.
बता दें कि सीमा पर बने हालात को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए सीमा पर आज छठे दौर की सैन्यवार्ता मोल्डो में होने जा रही है. इस दौरान चर्चा का मुख्य मुद्दा पैंगोंग लेक का क्षेत्र होगा. बता दें कि इससे पहले रूस में भारतीय विदेश मंत्री और चीनी विदेश मंत्री की मुलाकात के बीच 5 मुद्दों पर सहमति बनी है. बता दें कि 9 बजे के बाद आज मोल्डों में यह वार्ता शुरू हो जाएगी. बता दें कि इससे पहले 5 सैन्य वार्ताएं हो चुकी हैं, जिसका परिणाम ज्यादा कुछ खास नहीं दिखा है.