बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विधान परिषद की आठ सीटों के लिए राज्य के 4 लाख 48 हजार 302 मतदाता आज मतदान कर रहे हैं. आज सुबह आठ बजे से शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा. इस चुनाव में आठ सीटों पर कुल 106 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होनेवाला है. कोरोना काल में देश में सबसे पहले हो रहा ये मतदान कहीं न कहीं विधानसभा चुनाव में प्रमुख दलों के लिए अग्निपरीक्षा साबित हो सकता है.
बिहार विधान परिषद की आठ सीटों के लिए राज्य के 4 लाख 48 हजार 302 मतदाता गुरुवार की सुबह आठ बजे से शाम से शाम पांच बजे तक मतदान करेंगे. स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों पटना, तिरहुत, दरभंगा और कोसी के लिए 3,07,363 पुरुष, 1,00,480 महिला व 46 थर्ड जेंडर के कुल 4,07,889 मतदाता वोट डालेंगे तो वहीं, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों पटना, सारण, तिरहुत व दरभंगा के लिए 31,694 पुरुष, 8715 महिला एवं 4 थर्ड जेंडर के कुल 40,413 मतदाता मतदान करेंगे. स्नातक क्षेत्र के लिए 59 एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 43 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज मतपेटियों में बंद हो जाएगा.
इन पार्टियों की प्रतिष्ठा लगी है दांव पर
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों के लिए जदयू और कांग्रेस के 3-3, राजद के 4 व भाजपा, राकांपा व माकपा के 1-1 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं तो वहीं, अन्य निबंधित दल से एक और 44 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव में खड़े हैं. इस प्रकार कुल 59 प्रत्याशी स्नातक चुनाव मैदान में हैं। इनमें 58 पुरुष व 1 महिला प्रत्याशी हैं. स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 633 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
शिक्षक क्षेत्र के लिए भाजपा ने 4 तो भाकपा ने 3 प्रत्याशी उतारे
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए भाजपा ने 4 तो भाकपा ने 3 प्रत्याशी चुनाव में उतारे हैं। वहीं, कांग्रेस, राजद व माकपा ने एक-एक और एक अन्य निबंधित पार्टी से प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इस क्षेत्र के लिए 32 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। कुल 43 प्रत्याशियों में 40 पुरुष व 3 महिला प्रत्याशी चुनाव में खड़े हैं। शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 340 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
दोनों चुनाव के लिए हैं अलग-अलग बैलेट बॉक्स
स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों की सभी सीटों के लिए अलग-अलग बैलेट बॉक्स के इंतजाम किए गए हैं। स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 636 और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 340 बैलेट बॉक्स लगाए जाएंगे। मतदाताओं की दृष्टि से सबसे बड़ा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र पटना और सबसे छोटा दरभंगा तथा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में सबसे बड़ा दरभंगा और सबसे छोटा तिरहुत निर्वाचन क्षेत्र है।