कमिश्नर ने हर गांव में जल प्रबंधन समिति बनाने पर जोर दिया

रायपुर : कमिश्नर रायपुर संभाग श्री जी.आर. चुरेन्द्र ने आज संभाग के सभी जिलों के जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंताओं की बैठक लेकर जल संसाधनों को बढ़ाने और इसके सदुपयोग पर जोर देते हुए सिंचाई क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि जल प्रबंधन को मजबूत बनाने में जल संसाधन विभाग अग्रणी भूमिका निभायें।

कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का व्यापक जोर जल संरक्षण और संवर्धन पर है। नरवा अर्थात छोटे-छोटे नालों के प्रारंभिक स्थान से ही वर्षा के पानी के रिचार्जिंग पर ध्यान दिये जाने और कंटूर एवं छोटे स्ट्रक्चर आदि बनाते हुए जल की ज्यादा से ज्यादा समय तक उपलब्धता बनायें रखने की जरूरत हैं। प्राकृतिक रूप से विकसित छोटे-छोटे नरवा-नालों के कैंचमेंट एरिया पर ध्यान देते हुए बरसात के पानी को गांव के तालाबों में लाने का प्रयास किया जाये जिससे इन तालाबों में भराव की स्थिति को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने हर गांव में जल प्रबंधन समिति बनाने पर जोर दिया।

कमिश्नर ने कहा है कि नदी-नालों के पुनर्जीवन और इन्हें आपस में जोड़ने के लिए जल संसाधन विभाग, पंचायत, वन आदि विभागों के साथ अच्छे तालमेल और समन्वय से कार्य करे और नागरिकों को जल प्रबंधन की उचित समझाईश दे। उन्होंने जनसहभागिता और श्रमदान के माध्यम से कटे नहरों को सुधारनें पर भी जोर दिया। उन्होंने एक अधिकारी, एक तालाब के सिद्धांत पर कार्य करते हुए संभाग के जल संसाधन सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को एक-एक तालाब गोद लेते हुए उसके संरक्षण और संवर्धन करने को कहा।

कमिश्नर ने विभागीय मद के अलावा मनरेगा के माध्यम से क्षतिग्रस्त एवं टूटी-फूटी नालों के मरम्मत कराने और लाईनिंग कराने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी इस कार्य के लिए तीन सप्ताह के भीतर प्रस्ताव जिला पंचायतों में प्रस्तुत करें और इसके माध्यम से जल संरक्षण के अधिक से अधिक कार्य करें।

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