रायपुर : कलेक्टोरेट परिसर स्थित सभाकक्ष में आज कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने कुपोषण एवं एनिमिया मुक्ति के संबंध में महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार आगामी 3 वर्षों में कुपोषण एवं एनिमिया को खत्म किये जाने हेतु विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही किया जाना है। इस अभियान हेतु आवश्यक धनराशि डी.एम.एफ, सी.एस.आर, पंचायतों की मूलभूत राशि अथवा विकास प्राथमिकताओं में उपलब्ध आबंटन मे से की जा सकती है। इस पुनीत कार्य में जिलों में कार्यरत शासकीय अधिकारी-कर्मचारी, प्रतिष्ठित चैरीटेबल संस्था, जनप्रतिनिधियों, एनजीओ, मीडिया समूहों एवं अन्य समर्थ अपना सहयोग दे सकते हैं। उन्होंने कि वर्तमान में अतिगंभीर कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हेतु जिले में 02 पुनर्वास केन्द्र जिला अस्पताल कालीबाड़ी रायपुर तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तिल्दा में संचालित है। उन्होंने बताया कि उपरोक्त दोनों पोषण पुर्नवास केन्द्रों की क्षमता 10 बेड की है। इस प्रकार एक वर्ष में अधिकतम 150 बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र से लाभान्वित किया जा सकता है। इस प्रकार लगभग 500 अतिरिक्त कुपोषित बच्चें पोषण पूनर्वास की सेवाओं से वंचित रह जायेगे जो अत्यंत चिन्तनीय विषय है। यदि समय पर इन कुपोषित बच्चों की देखरेख पोषण पुर्नवास के तर्ज पर नही की जायेगी तो इन बच्चों की मृत्यु भी हो सकती है। पुनर्वास केन्द्र की तरह ही अब चिन्हांकित आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी गंभीर कुपोषित बच्चों को पौष्टिक भोजन और चिकित्सा उपलब्ध कराया जायेगा। शासन के साथ-साथ कुपोषण दूर करने में जनभागीदारी का भी सहयोग लिया जायेगा। कुपोषित बच्चों को सुपोषण स्तर पर लानें के लिए कोई भी व्यक्ति एक्सिस बैंक के खाता क्रमांक 918010106484859 आईएफसी कोड UTI0003163 में सहायता राशि जमा कर सकते है।
चिन्हांकित आंगनबाड़ी केन्द्रों में गंभीर कुपोषित बच्चों को मिलेगा पौष्टिक भोजन और चिकित्सा सुविधा: कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन
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