नए कृषि कानूनों (Farms Laws 2020) के खिलाफ किसान संगठनों का आज भारत बंद (Bharat Bandh) है. किसानों के भारत बंद (Bharat Bandh News) को कांग्रेस समेत देश के 10 से अधिक विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है. भारत बंद को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के समर्थन दिए जाने का किसान नेताओं ने स्वागत किया है. हालांकि उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि उनका मंच राजनीतिक पार्टियों के लिए नहीं होगा. उधर, केंद्र सरकार ने भारत बंद (Bharat Bandh Latest News) को लेकर राज्य सरकारों को कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर दिशा निर्दश जारी किया है
किसान नेताओं ने कहा कि पूरे देश में मंगलवार सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम रहेगा. हालांकि प्रदर्शकारी किसानों ने यह भी साफ कर दिया है कि किसी भी व्यक्ति पर जोर जबरदस्ती या धक्का मुक्की नहीं की जाएगी. किसान नेताओं ने अपील की है कि भारत बंद (Bharat Bandh) में हर कोई अपना समर्थन दे. बता दें कि भारत बंद के दौरान सभी इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. शादी एम्बुलेंस पर कोई रोक नहीं होगी. वहीं दूध, फल, सब्जियां और अन्य वस्तुओं पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी
जरूरी सेवाओं की आपूर्ति पर होगा असर!
‘भारत बंद’ में कैब चालकों एवं मंडी कारोबारियों के कई संघों ने शामिल होने की वजह से देश की राजधानी दिल्ली में यातायात सेवा और फलों एवं सब्जियों जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो सकती है. कुछ टैक्सी और कैब संघों ने एक दिन की हड़ताल में भाग लेने का फैसला किया है. कारोबारियों का एक समूह भी किसानों की मांग का समर्थन कर रहा है, जिसके कारण बड़ी सब्जी एवं फल मंडियों में काम बाधित होने की आशंका है.
आजादपुर मंडी (Azadpur Mandi) के अध्यक्ष आदिल अहमद खान ने कहा, ‘किसानों द्वारा किए गए ‘भारत बंद’ के समर्थन में दिल्ली की आजादपुर मंडी और शहर की अन्य सभी मंडियां बंद रहेंगी.’
‘काले कानून’ को वापस ले सरकार: कांग्रेस
कांग्रेस ने किसान संगठनों की ओर से आहूत ‘भारत बंद’ से एक दिन पहले सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार को किसानों के मन की बात सुननी चाहिए और कृषि से संबंधित ‘काले कानूनों’ को वापस लेना चाहिए. पार्टी ने यह भी कहा कि ‘भारत बंद’ के दिन अगर लोगों को कोई असुविधा होती है तो इसके लिए जिम्मेदार केंद्र सरकार है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को रद्द करना होगा और इससे कम, कुछ भी मंज़ूर नहीं होगा. उन्होंने ट्वीट किया, ‘8 दिसंबर को किसान क्रांति के समर्थन में शांतिपूर्ण भारत बंद है. हम इसका पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे. देश के अन्नदाता से अत्याचार और अन्याय असहनीय है.’
BJP सरकार कृषि कानूनों को वापस ले या सत्ता छोड़े : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को ‘जनविरोधी’ कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए या उसे सत्ता से हट जाना चाहिए. ममता ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘वह भाजपा के कुशासन को सहन करने या चुप रहने के बजाय जेल में रहेंगी.’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा सरकार (केंद्र की) को तुरंत कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए. किसानों के अधिकारों का बलिदान करने के बाद उसे सत्ता में नहीं बने रहना चाहिए.’
दिल्ली में कड़े किये गए सुरक्षा के इंतजाम
दिल्ली पुलिस ने कहा कि भारत बंद के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. पुलिस ने चेतावनी दी कि जो भी लोगों की आवाजाही बाधित करने या दुकानों को ‘जबरन’ बंद कराने का प्रयास करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. प्रदर्शनकारी किसानों ने 8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है और चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी को पहुंचने वाली सड़कें बंद कर देंगे.
केंद्र का राज्यों को निर्देश
प्रदर्शनकारी किसानों के भारत बंद के ऐलान को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि किसान संगठनों और उनके समर्थन में विपक्षी दलों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ के दौरान सुरक्षा कड़ी की जाए और साथ ही शांति सुनिश्चित की जाए. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी देशव्यापी परामर्श में कहा कि राज्य सरकारों तथा केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन किया जाए और सामाजिक दूरी बनाए रखी जाए
BJP का विपक्षी दलों पर हमला
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि सुधारों के खिलाफ विपक्षी दलों के रुख के लिए उनकी आलोचना की. BJP ने विपक्षी दलों पर ‘शर्मनाक दोहरे मापदंड’ अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में उन्होंने नए कानून के कई प्रावधानों का समर्थन किया था. भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि किसानों का एक वर्ग ‘निहित स्वार्थ’ वाले कुछ लोगों के चंगुल में है और सरकार सुधारों को लेकर उनके बीच फैलाये गए भ्रम को दूर करने पर काम कर रही है. किसानों का एक वर्ग इन नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध में है.
महाराष्ट्र सड़क परिवहन की बसें चलेंगी
Bharat Bandh Mumbai: महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बसें केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को बुलाये गए ‘भारत बंद’ के दौरान निर्धारित समय सारणाी के हिसाब से चलेंगी. निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. निगम के प्रबंध निदेशक शेख चान्ने ने बताया कि बसें तब तक चलेंगी जबतक बंद के चलते कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी न हो. इस बीच, ट्रक संगठनों की शीर्ष संस्था ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने कहा कि वह ‘भारत बंद में शामिल होगी और आठ दिसंबर को अपना परिचालन निलंबित रखेगी.’