रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा एवं दिशा निर्देशों के अनुरूप रायपुर जिले को कुपोषण मुक्त करने का बीड़ा उठाया गया है। इसके लिए जिले में पहले चरण में 850 अति गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने की कार्ययोजना बनाई गयी है। इसी तारतम्य में आज कलेक्टोरेट के सभा कक्ष में कलेक्टर डाॅ. भारतीदासन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह और अपर कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार ने राईस मिल एसोसिएशन, पेट्रोल और गैस एसोसिएशन की बैठक ली। कलेक्टर ने अभियान में सहयोग के लिए अधिकारी-कर्मचारी, चैरीटेबल संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, एनजीओ, समर्थ वर्ग और नागरिकों से आग्रह किया था। जिले में इस अभियान के लिए एक कोष का भी निर्माण भी किया गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों ने कुपोषण के खिलाफ जंग लड़ने के लिए आठ लाख 82 हजार रूपये की राशि स्वेच्छा से दान की है।
कलेक्टर ने जब इस बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने औद्योगिक संस्थाओं की बैठक ली तो उन्होंने भी इस अभियान से जुड़ने में अपना उत्साह और सहयोग दिखाते हुए बड़ी पहल की। पूर्व में स्पंज आयरन उद्योग द्वारा 586 बच्चों, महिन्द्र स्पंज, एस.के.एस इस्पात, हाईटेक एवं नंदन गु्रप, रियल ग्रुप, द्वारा 50-50 बच्चों, देवी गु्रप, संभव स्पंज, वंदना ग्लोबल द्वारा 31-31 बच्चों, गोपाल ग्रुप, नकोड़ा ग्रुप, आरती ग्रुप, धनकुंन ग्रुप द्वारा 25-25 बच्चों, श्री हरे कृष्णा ग्रुप, रामा ग्रुप द्वारा 21-21 बच्चों, रश्मि ग्रुप, भगवती पावर, जी.आर ग्रुप, वासवानी इंडस्ट्रीज द्वारा 20-20 बच्चों, त्रिमुला स्पंज, सुनील स्पंज, ड्रोलिया इलेक्ट्रो, सीता स्पंज द्वारा 15-15 बच्चों और पी.डी. इंडस्ट्रीज द्वारा 11 बच्चों को गोद लिया गया है। आज के बैठक में पेट्रोल एसोसिएशन और राईस मिल एसोसिएशन द्वारा 100-100 बच्चों को गोद लिया गया और इसके लिए सहयोग राशि देने का निर्णय लिया। कलेक्टर ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया है और प्रशंसा की है। उन्होंने राज्य के सभी नागरिकों से इस अभियान में जुड़ने की अपील की है।