कोरोना संकट के बीच रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय रेलवे ने एक मार्च में 32 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन यानी सवारी गाड़ियों को चलाने का फैसला किया है। इसमें 23 पैसेंजर, आठ डेमू और एक मेमू शामिल है। प्रथम चरण में लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर सहित तीनों मंडल के विभिन्न रूटों पर चलने वाली शटल सवारी गाडिय़ों (सुबह चलकर शाम तक वापस आने वाली) को संचालित किया जाएगा। यह सभी ट्रेनें एक मार्च से पूर्व निर्धारित सभी स्टेशनों पर रुकते हुए संचालित होंगी।
लेकिन यात्रियों को इन ट्रेनों में सफर करने के लिए ज्यादा किराया देना होगा। रेलवे ने साफ किया है यात्रियों को पैसेंजर की बजाय एक्सप्रेस ट्रेनों का किराया देना पड़ेगा। इन ट्रेनों में सफर करने के लिए यात्रियों को पैसेंजर ट्रेनों के मुकाबले दो-चार गुना किराया देना होगा। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने किराए को लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इससे यात्रियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। बोर्ड को किराए पर पुनर्विचार करना चाहिए।
वहीं रेल प्रशासन का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से विशेष प्रावधान के तहत इन ट्रेनों का किराया इतनी ही दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित टिकट जितना तय किया गया है। साथ ही रेलवे का कहना है कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है और कुछ राज्यों में स्थिति बिगड़ रही है। कई राज्यों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है और उन्हें यात्रा करने के लिए हतोत्साहित किया जा रहा है। किराए में मामूली वृद्धि को ट्रेनों में भीड़ होने से और कोविड-19 को फैलने से रोकने के रेलवे के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए।
यह ट्रेनें चलेंगी
लखनऊ मंडल
गोरखपुर-सीतापुर पैसेंजर
गोरखपुर-गोंडा पैसेंजर
गोरखपुर-नौतनवा पैसेंजर
गोरखपुर-बढऩी पैसेंजर ट्रेन
गोरखपुर-बाराबंकी सवारी
लखनऊ- मैलानी सवारी गाड़ी
मैलानी-बाराबंकी सवारी गाड़ी
वाराणसी मंडल
औडि़हार- जौनपुर डेमू ट्रेन
औडि़हार-छपरा-सिवान डेमू
सिवान-गोरखपुर डेमू ट्रेन
सिवान-औडि़हार डेमू ट्रेन
सिवान-गोरखपुर पैसेंजर
गोरखपुर-छपरा पैसेंजर
गोरखपुर- नरकटियागंज पेसेंजर
छपरा कचहरी- थावे पैसेंजर
छपरा कचहरी- थावे पैसेंजर
भटनी- बरहजबाजार पैसेंजर
मऊ- प्रयागराज रामबाग मेमू
वाराणसी सिटी- भटनी डेमू
भटनी- सिवान डेमू ट्रेन
इज्जनगर मंडल
काठगोदाम- मुरादाबाद पैसेंजर
मुरादाबाद- रामनगर पैसेंजर
कासगंज- काशीपुर पैसेंजर
कासगंज- बरेली सिटी पैसेंजर
बरेली सिटी- पीलीभीत पैसेंजर
पीलीभीत- टनकपुर पैसेंजर
फर्रुखाबाद- कानपुर अनवरगंज
कासगंज- मथुरा जंक्शन पैसेंजर
कासगंज- अछनेरा पेसेंजर
कासगंज- फर्रुखाबाद पैसेंजर
बरेली सिटी- काशीपुर डेमू ट्रेन
बरेली सिटी- टनकपुर डेमू ट्रेन
आपको बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से भारतीय रेल ने 22 मार्च, 2020 को ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया था। हालांकि बाद में लोगों की सुविधाओं के लिए एहतियात के धीरे- धीरे ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू किया जा रहा है। आवाजाही में सुविधा के लिए कोरोना प्रोजोकॉल के तहत कई रूट्स पर स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है।
रेलवे ने कोविड संकट से पहले के समय की तुलना में 65 फसदी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाना शुरू कर दिया है। जबकि 90 फीसदी सबअर्बन ट्रेनें भी चलाई जा चुकी हैं। फिलहाल हर दिन कुल 326 पैसेंजर ट्रेनें चल रही हैं, जबकि 1250 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें और 5350 सबअर्बन ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे का कहना है कि इस समय चल रही कम दूरी की पैसेंजर ट्रेनें कुल पैसेंजर ट्रेनों का सिर्फ़ 3 फीसदी ही है। लिहाजा किराए में ताजा बढ़ोतरी से बहुत कम यात्री ही प्रभावित हो रहे हैं।
यात्रियों को पहनना होगा मास्क
ट्रेनों के परिचालन के दौरान यात्रियों को कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा जैसे कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेसिंग मेंटेन करना। उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने कहा है कि वे कोरोना दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए परिचालन फिर से शुरू करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।