आज की दौड़ती-भागती जिंदगी में हर कोई स्वस्थ रहना चाहता है। बीमारियों से खुद को बचाने के लिए लोग नाजाने कितना कुछ करते हैं। एक अच्छा आहार लेते हैं, अपनी दिनचर्या में कई तरह के बदलाव लाते हैं और साथ ही लोग योग का भी सहारा लेते हैं। योग हमारे जीवन के लिए जरूरी है, हर किसी को योग करना चाहिए। वहीं, कोरोना काल में तो योग की उपयोगिता काफी बढ़ गई है। कोविड से ठीक होने में भी योग की मदद से कई लोगों को लाभ मिला। हर दिन सुबह उठकर हमें खुद तो योग करना ही चाहिए, साथ ही अपने परिवार के लोगों को भी इसके बारे में बताना चाहिए। जो लोग योग करते हैं, वो अकेले ही नहीं बल्कि कई बड़े ग्रुप से जुड़ते हैं आदि। हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है, और इस बार भी इस दिन का इंतजार हर किसी को बेसब्री से है। तो चलिए इस दिन के इतिहास से लेकर इस साल की थीम तक, हर एक चीज के बारे में जानते हैं।
कब हुई शुरुआत?
हर साल पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। इस दिन लोग सुबह से ही योग करते हैं। 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहल पर दुनिया के लगभग सभी देश स्वस्थ रहने के लिए योग के प्रसार की इस मुहिम में शामिल हुए थे।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए 21 जून ही क्यों?
21 जून को हर साल पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाती है। इस दिन की खासियत है कि ये साल के 365 दिन में से सबसे लंबा दिन होता है। 21 जून को उत्तरी गोलार्ध पर सबसे ज्यादा सूर्य की रोशनी पड़ती है, जिसकी वजह से ये सबसे लंबा दिन होता है। ऐसे में योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है। इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया।
इस दिन हुई थी घोषणा
वहीं, 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद अगले साल यानी 21 जून 2015 को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया, और तब से हर साल इस दिन को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि, कोरोना काल होने की वजह से पिछले साल 2019 में इस दिन को डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मनाया गया था। ऐसे में इस साल भी इसे डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मनाया जा सकता है।
ये है इस बार की थीम
हर साल 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए एक थीम रखी जाती है, जिसके आधार पर इस दिन को मनाया जाता है। ऐसे में इस साल यानी 2021 के लिए ‘बी विद योग, बी एट होम’ यानी ‘योग के साथ रहें, घर पर रहें’ रखी गई है। इस थीम को कोरोना काल के हिसाब से तैयार किया गया है।