रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि राज्य में कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद 1 मार्च से लेकर अब तक हुई कोरोना संबंधी मौतों का डेथ ऑडिट कराया जाएगा। इस दौरान यह जानकारी भी ली जाएगी की किसी कोरोना पीड़ित की मौत ऑक्सीजन की कमी से तो नहीं हुई है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हरिभूमि से चर्चा में ये जानकारी देते हुए कहा है कि यह भी संभव है कि राज्य में अब तक कोरोना मौतों की संख्या का आंकड़ा बढ़ जाएगा। दूसरी लहर में आया ऑक्सीजन का संकट देश में इस साल अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर आने के दौरान कोरोना पीड़ितों को सांस लेने में तकलीफ के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर की जरुरत पड़ी थी। इस दौरान छत्तीसगढ़ में स्थिति बेकाबू नहीं हुई, क्योंकि राज्य सरकार ने इस संकट से प्रदेश की जनता को बचाने के लिए काफी प्रबंध किए थे। औद्योगिक कार्यों के लिए ऑक्सीजन बनाने वालों को मेडिकल ऑक्सीजन बनाने की अनुमति दी गई थी। सरकार ने कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के लिए एक नोडल अफसर बनाकर उनके हवाले प्रबंध का काम दिया था। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव का कहना है कि राज्य में अब तक मिली जानकारी के अनुसार ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है। इसलिए सरकार ने उठाया है ये कदम राज्य सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी है कि देश में कोराना काल के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। यह जानकारी सामने आने के बाद देशभर में बवाल खड़ा हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी में यह बात भी कही गई है कि महाराष्ट्र समेत छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र को ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है जिसके मुताबिक ऑक्सीजन की कमी से किसी व्यक्ति की मौत हुई है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना से हुई मौतों का होगा ऑडिट
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