चार महीने बाद खुला आंगनबाड़ी का ताला, 2 अगस्त से लगेगी बच्चों की पाठशाला

प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों को सोमवार से खोल दिया गया है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद 22 मार्च काे बंद हुई आंगनबाड़ी के ताले पूरे चार महीने बाद खुले हैं। पहले दिन केंद्रोेें में केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं ही पहुंचीं। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चोें की पाठशाला 2 अगस्त से लगेगी जबकि शिशुवती महिलाओं, गर्भवती महिलाओं को पहले की तरह ही उनके घर तक रेडी-टू-ईट पहुंचाया जाएगा। साथ ही 3-6 वर्ष के बच्चों को 15-15 की संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केंद्र में पोषण आहार का वितरण व अन्य गतिविधियां कराई जाएंगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओें ने बताया कि पहले दिन केंद्रों में साफ-सफाई व अन्य अव्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है। इस महीने का दो सप्ताह का पोषण आहार 20 जुलाई को ही उनके घर पहुंचा दिया गया है। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों को खोलने का निर्णय शासन ने लिया है।

इसी प्रोटोकॉल के मुताबिक ही जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देश पर आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जाना है। गौरतलब है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चाें की शारीरिक व मानसिक विकास की गतिविधियां, जननी सुरक्षा योजना, शिशुवती व गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार का वितरण किया जाता है। आंगनबाड़ी खुलने से कम से कम 3 से 6 वर्ष तक के बच्चोें को पोषण व पाठशाला मिलेगी। टाइम टेबल में बदलाव नहीं हनुमाननगर आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता दुलारी ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र खुलने की समय सारिणी में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। पहले की तरह ही सुबह 9 बजे से 11 बजे तक खुलेगी। इस बीच 3 से 6 वर्ष के बच्चों को केंद्रों में पोषण आहार वितरण के साथ अन्य गतिविधियां कराई जाएंगी। केंद्र खुलने से उत्साह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं के चेहरे पर आंगनबाड़ी केंद्रोेें को खोलने के सरकार के निर्णय को लेकर उत्साह दिख रहा है। हालांकि बच्चोें को कोरोनाकाल में सुरक्षित पोषण आहार का वितरण व शिक्षा, खेलकूद जैसी गतिविधियां कराना चुनौती भरा होगा। छत्तीसगढ़ नगर-1 आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता ने बताया कि वह केंद्र के खुलते ही सबसे पहले बच्चों के खेलकूद की जगह को व्यवस्थित कर रहे हैं।

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