रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी मंत्री और आदिवासी नेता कवासी लखमा ने आदिवासी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि रमन सरकार के कार्यकाल के दौरान बस्तर के 1100 निर्दोष आदिवासियों को फर्जी मामलों में बंद किया गया था। इनमें से 700 आदिवासियों को भूपेश सरकार ने रिहा कर दिया है। उन्होंने इस रिहाई को चिल्लर आदिवासियों की रिहाई कहा।
कवासी लखमा ने कहा कि बीजेपी की सरकार में धर्मांतरण के ज्यादा मामले सामने आए। जबकि कांग्रेस सरकार में ऐसी कोई बात नहीं है। साथ ही फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी का नाम नहीं ले पाए और कहा कि हाईकमान से दबाव की वजह से भारतीय जनता पार्टी के नेता ऐसी बातें कर रही हैं।