रायपुर. छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश (Heavy Rain) अब आफत बनने लग गई है. गत तीन दिन से राज्य के विभिन्न इलाकों में बादल जमकर बरस रहे हैं. इससे नदी नाले उफान पर आ गये हैं. कई शहरों और गांवों में पानी घुस गया है. भारी बारिश के चलते आवागमन बाधित (Traffic Jam) होने लग गया है. रायपुर-जगदलपुर हाईवे को बंद कर दिया गया है. सिकासेर बांध के 22 में से 17 गेट खोल दिये गए हैं. मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. राज्य के सात जिलों के लिये तो रेड अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ के मुंगेली, कबीरधाम, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, बालोद तथा कांकेर जिलों और उनके आसपास के इलाकों में अति भारी बरसात होने की संभावना है. यहां आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार जताये गये हैं. जबकि जशपुर, बलरामपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, सुकमा और बीजापुर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बरसात की संभावना जताई जा रही है. इनमें से कई इलाकों में अभी से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. वहीं राजधानी रायगढ़ समेत बिलासपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, कोरबा, गरियाबंद, नारायणपुर, धमतरी, महासमुंद और कोण्डागांव जिलों में भी अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है.
सिकासेर बांध के 22 में से 17 गेट खोले
लगातार हो रही तेज बरसात से बांधों में पानी उफान मारने लगा है. इसको देखते हुये सिकासेर बांध से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला किया गया है. बांध के 22 में से 17 गेट को खोल दिए गए हैं. वेस्ट वियर से भी पानी छोड़ा जा रहा है. कोरबा में भी जोरदार बारिश के कारण घिनारा के पास पानी पुल के ऊपर बह रहा है. दूसरी तरफ सिवनी से सुखरीकला मार्ग पर स्थित जमड़ी नाला पुल पर भी पानी करीब 2 फीट ऊपर बह रहा है.
निचले इलाकों के गांवों के लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी
इसके अलावा कांकेर जिले के अंतागढ़ इलाके में भी रातभर से ही जोरदार बारिश हो रही है. इससे मेंढकी नदी उफान पर आ गई है. अंतागढ़ से कोयलीबेड़ा का संपर्क टूट गया है. यहां प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य और तेज कर दिये हैं. आसपास के निचले इलाकों के गांवों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.