लखनऊ.इलाहाबाद हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार अरोरा इस वक्त यूपी विनियमन और विकास अधिनियम (रिट) के चेयरमैन हैं. हाल ही में उनके मोबाइल पर व्हाटसएप मैसेज के जरिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई. इस ममाले को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है. मैसेज करने वाला खुद को प्रतापगढ़ का बाहुबली विधायक प्रत्याशी कैलाश बहादुर सिंह बता रहा है. हालांकि डीके अरोरा का कहना है कि वो किसी कैलाश बहादुर सिंह को नहीं जानते. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है.
रिट के प्रशासनिक सदस्य राजीव मिश्र ने पीजीआई थाने में मैसेज कर जान मारने की धमकी देने वाले कैलाश बहादुर के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 और 507 के तहत शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने व्हाटसएप मैसेज, मैसेज का स्क्रीनशॉर्ट, व्हासएप पर लगी डीपी की फोटो पुलिस को सौंप दी है. राजीव मिश्र ने धमकी देने वाले आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.
राजीव मिश्र के मुताबिक, आरोपी ने व्हाट्सअप मैसेज में लिखा है- मैं सुंदर लाल नहीं प्रतापगढ़ का कैलाश बहादुर सिंह हूं. सुंदर लाल के साथ जो भी हुआ उसने झेल लिया. लेकिन मैं सामने आकर गोली मारूंगा. वहीं डीके अरोरा का कहना है कि, वह किसी कैलाश बहादुर को नहीं जानते और ना ही उसे कभी देखा है. इतना ही नहीं व्हाटसएप पर लगी डीपी (फोटो) में भी वह उस शख्स को नहीं पहचान रहे.
गौरतलब है कि, इलाहाबाद हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार अरोरा इस वक्त यूपी विनियमन और विकास अधिनियम (रिट) के चेयरमैन है. जस्टिस अरोड़ा काफी समय तक प्रदेश सरकार के अपर महाधिवक्ता रहे. वह बीते साल ही रिटायर हुए हैं, जिसके बाद उन्हें यूपी विनियमन और विकास अधिनियम (रिट) का चेयरमैन बनाया गया. डीके अरोरा 2009 को वह हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज के रूप में नियुक्त हुए और दिसंबर 2010 से नियमित न्यायमूर्ति बने.