रायपुर : ज़िला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सरपंचों को मानसिक स्वास्थ्य पहचान पर होगा उन्मुखीकरण। सरपंचों को विशेष रूप से मानसिक अवसाद से ग्रसित व्यक्तियों की पहचान पर जागरूक कर ग्रामीण जनता में फैले अंधविश्वास को दूर करना है ।सरपंचों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर डॉ. मीरा बघेल के मार्गदर्शन में किया जाएगा।
जिला चिकित्सालय रायपुर मनोरोग विभाग के सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ डीएस परिहार ने बताया राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक ग्रामीण स्तर पर काम कर मानसिक अवसाद से ग्रसित व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें समुचित इलाज प्रदान करने की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सरपंचों एवं सचिवों को मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूक करने की आवश्यकता है इसके लियें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अभनपुर,धरसीवां,तिल्दा और आरंग को पत्र लिखा गया है जिसमें सरपंचों एवं सचिवों को मानसिक स्वास्थ्य रोगी पहचान पर उन्मुखीकरण किया जाएगा । उन्मुखीकरण का मुख्य उद्देश्य ग्राम स्तर पर मौजूद सरपंच एवं सचिव को अपने क्षेत्र में मानसिक रूप से अस्वस्थ रोगी की पहचान संबंधी जानकारी दी जाएगी । रोगी की समय रहते पहचान ओर उसका इलाज सुनिश्चित किया जा सके । साथ ही ग्राम स्तर पर झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वास को दूर कर स्वस्थ छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जाए ।
मानसिक अस्वस्थता की पहचान नींद नहीं आना, भूख नहीं लगना, कुछ काम करने का मन नहीं करना, हर वक्त बैचेनी होना, अकेले रहना पसंद करना, परिवार या दोस्तों से मिलने नहीं जाना।