छत्तीसगढ़ में शराब बंदी : डॉ. रमन और अजय चंद्राकर ने फिर कसा तंज…यहां ‘एक पत्ती’ नहीं, बल्कि टनों गांजा की जरूरत

रायपुर। गांजा और हुक्का बैन किए जाने को लेकर अब सियासी प्रतिक्रिया सामने आने लगी हैं। पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सरकार पर तंज कसा है। चंद्राकर ने CM एक पोस्ट शेयर करते हुए बघेल के एक भी पत्ती न आने पाए वाले बयान पर तंज कसा है। चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया को टैग करते हुए लिखा- पीएल पुनिया जी (प्रभारी छग कांग्रेस) मैं भी मुख्यमंत्री जी के गांजा वाले बयान से सहमत हूं… (छग कांग्रेस शासित) में एक पत्ती भी गांजा नहीं आना चाहिए। छग में तो (गांजे की) क्विंटल, टनों की जरूरत है और वो काम सरकार के संरक्षण में बखूबी से हो रहा है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को नवा रायपुर में SP और IG रैंक के अफसरों की एक बैठक ली थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अफसरों की बैठक में कहा कि प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित करें। प्रदेश में नशे के कारोबार को पनपने न दिया जाए। पुलिस अधीक्षक कड़ी कार्रवाई करें। दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में घुसने न दें। गांजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए। गांजे और हुक्का को बैन किए जाने पर पूर्व सीएम डॉ. रमन ने भी ट्विटर के जरिए एक सवाल सीएम बघेल से पूछा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा मुख्यमंत्री जी छत्तीसगढ़ की माताएं- बहनें पूछ रही हैं। शराब भी नशा है उसके विरुद्ध “युद्ध” कब शुरू होगा? पौने तीन साल से कांग्रेस सरकार तो उसे “शुद्ध” मानकर ही बैठी है, फिर शराबबंदी कभी होगी या नहीं? दरअसल, हुक्का और गांजा बैन किए जाने के फैसले को भूपेश बघेल ने नशे के खिलाफ युद्ध बताकर एक ट्वीट किया था, इसी पर पलटवार करते हुए डॉ. रमन ने ये ट्वीट किया।

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