लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जिले में धान पर पेट्रोल डालकर आग लगाने का एक और मामला सामने आया है. यहां दस दिनों से मंडी में धान बेचने को लेकर परेशान किसान ने मंडी में ही धान की फसल पर आग लगा दी (Set Crop on Fire). दरअसल शुक्रवार को मोहम्मदी (Mohamdi) तहसील के गांव बरखेड़ा कला के रहने वाले प्रमोद सिंह एक हफ्ता पहले पंजीकरण कराने के बाद अपना 100 क्विंटल धान लेकर पांच दिन पहले मोहम्मदी की मंडी आए थे.
किसान प्रमोद सिंह का कहना है कि उस समय केंद्र प्रभारी ने बारदाना ना होने का हवाला देकर एक-दो दिन इंतजार करने को कहा था. इस बीच अचानक बारिश हो गई. प्रमोद सिंह ने अपना धान पॉलीथिन के नीचे बचाने की कोशिश की, फिर भी नीचे का धान भीग ही गया. गुरुवार को धूप निकली तो प्रमोद सिंह ने उस धान की दोबारा सुखाया और सफाई कराई. प्रमोद का कहना है कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि शुक्रवार को धान जरूर खरीद लिया जाएगा, लेकिन जब दोपहर तक अधिकारियों ने उनके धान की खरीदी नहीं की तो प्रमोद सिंह ने धान के ढेर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी.
SDM ने सुनी किसानों की परेशानी
मंडी में पड़े धान में आग लगाने की सूचना पर एसडीएम पंकज श्रीवास्तव, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह और कोतवाली निरीक्षक राकेश गुप्ता दल बल के साथ पहुंच कर पीड़ित किसानों का दर्द सुना था. एसडीएम ने नाराजगी जताते हुए कठोर कार्रवाई कर घटना को आला अधिकारियों को कार्रवाई की संस्तुति करने की बात कही थी.
इससे पहले किसान समोद सिंह बरखेड़ा ने भी अपनी फसल जला दी थी. उनका कहना था कि हाल ही में हुई बारिश से थोड़ा बहुत धान भीग गया तो खरीद एजेंसी वालों ने खरीदने से इनकार कर दिया और सुखाने के लिए कहा. समोद सिंह ने बताया कि रात-दिन एक कर के उन्होंने दो दिनों में धान सुखाया, इसके बावजूद एजेंसियां खरीद को तैयार नहीं थी. समोद सिंह ने बताया कि धान खरीदने के लिए विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह से भी सिफारिश कराई लेकिन वह भी काम नहीं आया. जिसके बाद उन्होंने फसल को आग लगा दी.