पत्नी और मासूम बच्चों को हथौड़े से मारने वाले सनकी ने आत्महत्या से पहले चिट्ठी लिख पत्नी के तानों को वज़ह बताया

रायपुर: हत्यारे मृतक झंकार का भाई भी अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। इस बात को लेकर झंकार को पत्नी खूनी खानदान से होने का ताना मारती थी। पिछले महीने झंकार के एक दोस्त की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत की घटना से वह उबर नहीं पाया था। इस बात को लेकर उसकी पत्नी उसे ताना मारने लगी थी। इन्हीं बातों से व्यथित होकर झंकार ने खौफनाक कदम उठाया। ऐसा उसने अपने सुसाइडनोट में लिखा। उल्लेखनीय है, पिछले महीने 2-3 अक्टूबर को रायपुर रेलवे स्टेशन के पास झंकार के दोस्त संतोष कंवर की उसकी कार में संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली थी। संतोष के मरने के पूर्व अंतिम बार उसे झंकार के पास देखा गया था। इस वजह से जीआरपी झंकार भास्कर को बार-बार थाने तलब कर पूछताछ कर रही थी। बार-बार थाने से बुलावा आने से उसकी पत्नी परेशान हो गई और उसे फिर से ताना मारने लगी। झंकार ने अपने सुसाइड नोट में इस बात का उल्लेख किया है कि जीआरपी पुलिस उसे पूछताछ करने थाना बुलाती थी। इस बात को लेकर उसे उसकी पत्नी ने ताना मारते हुए कह दिया कि तुम खूनी खानदान के हो। हो सकता है तुमने अपने दोस्त की हत्या कर दी होगी। पत्नी के इस ताने से झंकार बुरी तरह व्यथित हो गया। इसी के बाद उसने अपने परिवार को मारने के बाद सुसाइड करने का मन बना लिया।

झंकार ने सुसाइड नोट में कार से अपने दोस्त संतोष कंवर सहित चार दोस्तों के साथ बिलासपुर में पिकनिक मनाने जाने का उल्लेख किया है। साथ ही वहां से आने के दूसरे दिन संतोष की मौत होने पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए अफसोस व्यक्त किया है। इसके साथ ही उसने अपने दोस्तों के साथ किन-किन होटलों में खाना खाया। कहां-कहां गए। इस बात का सुसाइड नोट में उल्लेख किया है। मौके से मिले सुसाइड नोट में झंकार ने लिखा है कि पत्नी अक्सर जेल में बंद भाई का ताना देकर परिवार के खिलाफ बातें करती थी, जो कतई पसंद नहीं था। इसी बात को लेकर रविवार रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद उसने यह खौफनाक कदम उठाया। झंकार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं जानता हूं बिना मां बाप के बच्चों की जिंदगी कैसी होती है। मैंने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है और खुद भी जान दे रहा हूं। ऐसे में मजबूरी के चलते अपने बच्चों की भी हत्या करनी पड़ रही है, ताकि उन्हें आगे एक बुरी जिंदगी ना बितानी पड़े। मैं इसके लिए माफी चाहता हूं। मुझे माफ कर दें। संतोष ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मां-बाप के नहीं रहने से बच्चों की दुर्गति होती है। इस वजह से वह अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद न चाहते हुए भी बच्चों की हत्या करने के लिए विवश है। हालाँकि उसके इस कदम की हर तरफ भर्त्सना हो रही और उसके इस सनकपन को ले कर लोगों में गुस्सा है।

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