प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केदारनाथ धाम जा रहे हैं, जहां वह आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। केदारनाथ में शंकराचार्य की 12 फीट लंबी और 35 टन वजन वाली प्रतिमा लगाई गई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री 2013 की प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त हुए शंकराचार्य के समाधि स्थल का लोकार्पण भी करेंगे। बाबा केदार के दर्शन करने के साथ ही मोदी केदारनाथ में 400 करोड़ रुपये से अधिक के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे।
प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की केदारनाथ की यह पांचवीं यात्रा होगी। राज्य सरकार की तरफ से उनके दौरे की तैयारियां को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। पीएम मोदी का चारधाम खासकर केदारनाथ को लेकर अटूट श्रद्धा व लगाव है। केदारनाथ में वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद केंद्र में जब मोदी सरकार आई तो उन्होंने पुनर्निर्माण के कार्यों पर विशेष फोकस किया और निर्माण कार्यों के लिएbajat कभी भी आड़े नहीं आने दिया। धाम में अब तक चार गुफाएं भी बन कर तैयार हो चुकी हैं। मोदी शुक्रवार को सुबह लगभग नौ बजे केदारनाथ पहुंचने का कार्यक्रम है। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने उनके दौरे के मद्देनजर केदारघाटी में सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था की है।
प्रधानमंत्री के आगमन से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ का दौरा किया था। इस दौरान, उन्होंने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज के प्रतिनिधियों से भी वार्ता की। धामी ने कहा कि सभी प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के आगमन से पहले तैयारियां देखने आए थे और सभी तैयारियां बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की बाबा केदार के प्रति विशेष आस्था और श्रद्धा है और उनका उत्तराखंड को दुनिया की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विकसित करने का विजन है, जहां पूरी दुनिया के लोग आध्यात्मिक शांति के लिए आएंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आधुनिक इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। सरस्वती घाट और आस्था पथ के निर्माण जैसे पहले चरण के काम हो चुके हैं जबकि दूसरे चरण के काम शुरू हो रहे हैं। धामी ने कहा कि मोदी के इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा और देशभर के शिवालय, ज्योर्तिलिंग, शंकराचार्य के मठ इस दौरान केदारनाथ से सीधे जुड़े रहेंगे।
पांचवीं बार जा रहे हैं मोदी केदारनाथ
प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की केदारनाथ की यह पांचवीं यात्रा होगी। इससे साबित होता है कि केदारबाबा और चारधाम को लेकर उनमें अटूट श्रद्धा व लगाव है। पीएम के रूप में वे सबसे पहले तीन मई, 2017 को केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे। इसके बाद वे 20 अक्तूबर 2017, सात नवंबर 2018, 18मई 2019 को धाम में आकर पुनर्निर्माण कार्यों का कार्यों का जायज ले चुके हैं। 18 मई 2019 में केदारनाथ में एक गुफा में वे ध्यान भी कर चुके हैं और रात भी इसी गुफा में रहे। अब उनका यह केदारनाथ की पांचवी यात्रा होगी।
ड्रोन के जरिए भी करते हैं मानिटरिंग
मोदी नियमित तौर पर केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों की मानिटरिंग दिल्ली से ही ड्रोन के जरिए करते रहे हैं। पुनर्निर्माण के छोटे से छोटे कार्यों से वाकिफ होकर अफसरों को उसमें बदलाव के लिए सुझाव देते हैं। 12 से अधिक बार वे ड्रोन के जरिए वहां के कार्यों की पड़ताल कर चुके हैं। इसके साथ बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान की मंजूरी भी पीएमओ के स्तर से फाइनल की गई।