रायपुर: भाठागांव में 49 करोड़ की लागत से नवनिर्मित प्रदेश के पहले हाईटेक बस टर्मिनल में बसों की शिफ्टिंग फिर टल गई है। 9 नवंबर को रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने सभी बस मालिकों की एक अहम बैठक कलेक्टोरेट परिसर के रेडक्रॉस सभाकक्ष में बुलाई है, जिसमें बसों की शिफ्टिंग को लेकर रणनीति तय होगी। दोपहर 3 बजे होने वाली बैठक में कलेक्टर के अलावा एएसपी सिटी मौजूद रहेंगे। दरअसल पंडरी बस स्टैंड से बसों की शिफ्टिंग को लेकर बस ओनर्स एकमत नहीं हो पाए हैं। एक धड़ा जहां सभी बसों की शिफ्टिंग एक ही फेज नए बस टर्मिनल में कराने के पक्ष में है। वहीं दूसरा धड़ा इस बात पर अड़ा हुआ है, जब तक बस संचालकों को नए बस टर्मिनल में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं होतीं, तब तक पंडरी बस स्टैंड से ही बसों का परिचालन यथावत होता रहे। अपने तर्क में उनका ये भी पक्ष उभरा है कि इंटरस्टेट चलने वाली बसों की शिफ्टिंग पहले फेज में नए बस टर्मिनल में की जाए, इस पर उन्हें हर्ज नहीं, लेकिन प्रदेश के भीतर चलने वाली बसों का संचालन करने बस आपरेटरों को कम से कम 2 माह का समय और मिलना चाहिए।
बगैर दुकान बने 14 दुकानों का टेंडर निगम प्रशासन द्वारा बस मालिकों के लिए कुल 28 दुकानें बनाकर दी जानी हैं। इसमें 14 दुकानों का निर्माण किया गया है। बाकी 14 दुकानों का निर्माण किए बिना टेंडर कर दिया गया। यह टेंडर 23 अक्टूबर को खोला जाना था, लेकिन आज तक संबंधित अधिकारियों द्वारा टेंडर नहीं खोला गया। सूत्रों के मुताबिक जो 14 दुकानें बनाई गई हैं, उसके लिए बस मालिकों ने निर्धारित रकम जमा कर दी है। इसके बाद भी एग्रीमेंट नहीं हुआ है। बाकी की जिन 14 दुकानों का टेंडर नहीं खुला है, उसमें अब ये कहा जा रहा है, संबंधित बस ओनर टेबल कुर्सी लेकर बैठ सकते हैं। इससे दर्जनभर से ज्यादा बस आपरेटर नाराज हैं। स्थानीय प्रशासन बसों की शिफ्टिंग की तैयारी में परिवहन विभाग द्वारा नोटिफिकेशन जारी होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने नए बस टर्मिनल में बसों के शिफ्टिंग की तैयारी शुरू कर दी है। बस टर्मिनल के संचालन का जिम्मा सूडा व रायपुर नगर निगम प्रशासन को सौंपा गया है। महापौर एजाज ढेबर ने पहले ही कह दिया है, 8 नवंबर के बाद यात्री बसों का संचालन नए बस टर्मिनल से हो, इसके लिए शिफ्टिंग शुरू हो जाएगी।