ओमिक्रॉन का प्रभाव: दोगुना हुए फ्लाइट टिकट के दाम, नई गाइड लाइन आज से लागू

कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से एयरलाइन कंपनियों ने कई इंटरनेशनल रूट पर हवाई किराया बढ़ा दिया है। भारत से अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई और कनाडा जैसे देशों के लिए हवाई किराए दोगुने तक हो गए हैं।

ओमिक्रॉन से बचाव के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लागू नई गाइडलाइन भी मंगलवार आधी रात से लागू हो गई हैं। इन गाइडलाइंस में तय की गई प्रोसेस के कारण हवाई यात्रियों को एयरपोर्ट पर भी 6 घंटों तक इंतजार करना पड़ सकता है।  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिन देशों में ओमिक्रॉन पाया गया है, वहां से आने वाले हजारों यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर 6 घंटे का इंतजार करना पड़ सकता है।

दरअसल, ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है, जो 1 दिसंबर मिडनाइट से प्रभावी हो जाएगी। नई गाइडलाइन में 14 से ज्यादा देशों में जहां ओमिक्रॉन के मामले पाए गए हैं, उन देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्टिंग अनिवार्य कर दी गई है।

दोगुना हुआ किराया 

  • एनडीटीवी की खबर के मुताबिक दिल्ली से लंदन के लिए फ्लाइट टिकट का रेट लगभग 60,000 से बढ़कर 1.5 लाख रुपए हो गया है।
  • दिल्ली से दुबई का हवाई किराया 33,000 रुपए पर पहुंच गया है।
  • इससे पहले दिल्ली से दुबई का राउंड ट्रिप टिकट 20,000 रुपए में पड़ता था।
  • दिल्ली से अमेरिका की राउंड ट्रिप कॉस्ट पहले 90,000 रुपए से 1.2 लाख रुपए के बीच थी। अब बढ़कर यह लगभग 1.5 लाख रुपए हो गया है।
  • शिकागो, वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क सिटी के हवाई किराए में 100% की बढ़ोतरी देखी गई है।
  • बिजनेस क्लास टिकट की 6 लाख रुपए हो गई है।
  • दिल्ली से टोरंटो का हवाई किराया लगभग 80,000 रुपए से बढ़कर 2.37 लाख रुपए पर पहुंच गया है।

नई गाइड लाइन आज से लागू

नई गाइड लाइन के तहत, आरटी-पीसीआर जांच जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए जरूरी हैं और जांच के नतीजे आने पर ही उन्हें हवाई अड्डा से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही, अन्य देशों से उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से पांच प्रतिशत की कोविड-19 की जांच की जाएगी। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सलाह दी है कि जोखिम वाले देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्री आरटी-पीसीआर जांच के नतीजे आने तक हवाई अड्डे पर ही इंतजार करने के लिए तैयार रहें और वहां से अन्य स्थान के लिए पहले से संपर्क उड़ान बुक नहीं करें। इसके अलावा, मंत्रालय ने राज्यों को पुष्टि हो चुके सभी नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए संबद्ध इन्साकॉग लैब फौरन भेजने को कहा है।

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