रायपुर. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में उप चुनाव प्रचार प्रसार के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) गुरुवार सुबह रवाना हुए हैं. एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 4 विधानसभा में सघन दौरा है. उसके बाद शुक्रवार को हरियाणा (Haryana) का दौरा होगा. दो दिनों का दौरा कार्यक्रम बना हुआ है. यहां चुनाव प्रचार किया जाएगा. सभी जगह कांग्रेस (Congress) की लड़ाई है, लेकिन रिजल्ट तो जनता बनाएगी. पहले से अनुमान लगाना गलत है. हम अपनी बात जनता के सामने पूरे दमदार तरीके से रख रहे हैं. वहीं सीएम बघेल ने विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) को लेकर उम्होंने एक बयान बयान भी दिया है.
डॉ. रमन सिंह पर साधा निशाना
डॉ. रमन सिंह पर निशाना साधते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कमीशनखोरी से बहुत धन कमाया है. उसी के बल पर गरज रहा हैं. उन्होंने कहा कि नान जांच में उनके ही नेता प्रतिपक्ष ने पीआईएल क्यों लगाए है. पहली बार देखा गया है पीआईएल लगाया है कि जांच नहीं होने चाहिए. यह उनका डर बता रहा है. उन्होंने कहा कि हमे कोई जेल भेजने का शौक नहीं है. यह जांच है और उनकी जांच में जो भी कुछ आएगा वो सबके सामने होगा. बता दें कि बुधवार को डॉ रमण सिंह ने जेल भेजे के मामले में साफ कहा था कि मुझे जेल भेजने का सपना सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेसी देखते हैं. कांग्रेस का ये सपना आने वाले 100 सालों में भी पूरा नहीं होगा.
चित्रकोट उपचुनाव पर दिया ये बयान
चित्रकूट उपचुनाव पर बीजेपी की सक्रियता नहीं होने पर बाद सीएम भूपेश बघेल ने कही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दंतेवाड़ा उनकी सीट थी उसे हमने छीन लिया है. दंतेवाड़ा उपचुनाव में पूरा दाव और ठेकेदारों को डॉ. रमन सिंह ने लगाया था. पूरी ताकत लगा दी थी रमन सिंह ने, लेकिन चित्रकूट में वह ठेकेदार नहीं दिखाई दे रहे है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को कमजोर नहीं आंकना चाहिए. हम पूरी ताकत के साथ लड़ रहे है. बीजेपी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अभी बीजेपी में नेतृत्व की लड़ाई चल रही है. डॉ. रमन सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया लेकिन छत्तीसगढ़ के बाहर नहीं जा रहे. उन्हें दूसरी कोई प्रमुख जिम्मेदारी नहीं दी गई है. दूसरे नेताओं के बीच खींचतान मची हुई है.
गौठान के कार्यों पर उठते सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रत्येक गांव तक गौठान को पहुंचाना है. छत्तीसगढ़ में बड़ी समस्या यह है कि खुले में मवेशी घूम रहे हैं, जिससे जान-माल का नुकसान तो हो रहा है, फसल भी बर्बाद हो रही है. उन्होंने कहा कि यह डॉ. रमन सिंह के 15 साल के कुशासन का परिणाम है. अगर पहले ये व्यवस्था होती तो आज ये स्थिति नहीं होती. व्यवस्था करने में समय जरूर लग रहा है. इससे हम जैविक खेती की ओर बढ़ेंगे और उपभोक्ताओं को सब्जी अनाज शुद्ध रूप से मिलेगा.