कोंडागांव। छत्तीसगढ़ में कोंडागांव जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच सोमवार को मुठभेड़ हो गई। सर्चिंग पर निकले सुरक्षा बलों की टीम को जंगल में घात लगा कर बड़ी तादात में बैठे नक्सलियों ने निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी की वजह से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। घटना स्थल पर दोनों ओर से करीब एक घंटे तक फासरिंग चलती रही। इसके बाद नक्सली खुद को कमजोर पाता देखकर जंगल की आढ़ लिए भाग खड़े हुए।
घटनाक्रम की पुष्टी करते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार ने बताया कि मर्दापाल क्षेत्र के ग्राम तुमडीवाल के जंगलों में सोमवार को नक्सलियों व पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। जिला मुख्यालय कोंडागांव से 60 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम तुमडीवाल, नारायणपुर व बस्तर जिले की सीमा पर स्थित है। सोमवार की सुबह डीआरजी व आइटीबीपी के दो संयुक्त गश्ती दल सुबह से क्षेत्र में सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान दोपहर करीब 12 बजे ग्राम तुमडीवाल के कोटमेटापारा जंगल के पास पहले से घात लगाए बैठे नक्सलियों ने अचानक फायरिग शुरू कर दी। जवाबी कार्यवाही में जवानों की ओर से लगभग 200 राउंड फायरिंग की गई। इस बीच अपने आप को कमजोर पड़ते देख नक्सली भाग खड़े हुए। इस घटना में लगभग 40 की संख्या में नक्सलियों के शामिल होने का
अनुमान है। मुठभेड़ खत्म होने के बाद जवानों द्वारा क्षेत्र में सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षा बलों की मुठभेड़ स्थल से अभी वापसी नहीं हो पाई है। पार्टी के वापस लौटने पर वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी मिल पाएगी।
बता दें कि नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले में आए दिन सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। सोमवार को चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हो रहे हैं। इस दौरान नक्सली जिले की सीमा को लांघ कर बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहे, लेकिन पुलिस और सुरक्षा बलों की मुस्तैदी की वजह से कोई हिंसक घटना यहां नहीं हुई। कोंडागांव के अलावा नारायणपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, कांकेर सहित सभी नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है।