रायपुर। पूर्वी हवाओं के असर और उत्तर प्रदेश के आसमान पर डेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई पर बने चक्रवाती घेरे के असर से छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। उत्तर छत्तीसगढ़ से लेकर दक्षिण तक असमय बारिश की वजह से धान की अर्ली वेरायटी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में फसल पूरी तरह झुक गई है और अब इनमें कीट प्रकोप की आशंका है। फसल गीली होने की वजह से इसके पूरी तरह खराब होने का भी अंदेशा है जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
पूर्वी हवाओं और लगातार तैयार हो रहे नए चक्रवाती घेरों की वजह से छत्तीसगढ़ के मौसम में अस्थिरता आई है। रविवार की शाम से देर रात तक राजधानी रायपुर में बारिश होती रही। इससे पहले उत्तर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और सरगुजा संभाग में भी मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक चक्रवात का असर उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ रहा है। इससे आगामी 24 घंटे के दौरान रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में भारी और मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।
रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक जीके दास ने बताया अभनपुर, धमतरी, महासमुंद सहित मध्य छत्तीसगढ़ के ज्यादातर जिलों में धान की अर्ली वेरायटी किसानों ने खेत में लगाई है। इसमें 1010, आरबी गोल्ड, बलवान, महामाया, 1020 जैसी अर्ली वेरायटी हैं। यह फसल कटाई के लिए लगभग तैयार थी, लेकिन अचानक बारिश होने की वजह से खड़ी फसल खेतों में झुक गई है।
खेतों में पानी भरने की वजह से कीट प्रकोप का खतरा भी बढ़ गया है। इसके अलावा मौसमी सब्जियों के उत्पादन पर भी बारिश का असर पड़ा है। बैंगन, टमाटर, भिंडी सहित अन्य मौसमी फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक पौधों में फूल झड़ने और कीट प्रकोप की वजह से उत्पादकता प्रभावित होगी। धमतरी से लेकर डोंगरगढ़ तक फसल तेज हवा और मूसलाधार बारिश के कारण जमीन पर लोट गई। बेमेतरा जिले में कमोबेश यही स्थिति सोयाबीन फसल की भी है।
लालपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि रायपुर संभाग में पिछले 24 घंटों के दौरान कुल 42.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अगले 24 घंटे में ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा बिहार की तरफ शिफ्ट होगा। इसका असर तब भी रहेगा। जब तक पूर्वी हवाएं आती रहेंगी, तब तक बारिश होती रहेगी। कभी भारी, तो कभी हल्की बूंदाबांदी। वर्तमान में एक के बाद एक सिस्टम बनते जा रहे हैं, जिसके कारण बारिश हो रही है। दिवाली तक बारिश का पूर्वानुमान है।