रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में एक बड़े घोटाले का खुलासा किया गया है. जेल (Jail) में लाखों रूपए की धांधली की गई है. बता दें कि बंदी परिश्रमिक राशि में बड़ा घोटाला करने का मामला सामने आया. बावजूद इसके जेल प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है. अब मामला सामने आने के बाद सूबे के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सख्त कार्रवाई करने की बात बोली है. बता दें कि जेल में सश्रम कारावास की सजा काट रहे बंदियों को जो राशि दी जाती है उसमे से आधा राशि पीड़ित पक्षों की दिए जाने का प्रवाधान है. इसी राशि का अधिकारियों द्वारा बंदरबांट किया गया है. राशि पीड़ित पक्षों को न देकर फर्जी तरीके से बैंक में खोता खोल कर राशि निकाल ली गई. इस पूरे मामले का खुलासा आरटआई से मिले दस्तावेजों से किया गया है.
लाखों का घोटाला
जेल में कैदियों की मजदूरी की राशि में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है. आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने लाखों के भ्रष्टाचार का खुलासा आईटीआई से मिले दस्तवेजों के जरिए किया है. आरटीआई कार्यकर्ता के मुताबिक, जशपुर जेल से 24 लाख रूपए की धांधली की गई. तब रमाशंकर सिंह नामक अधिकारी सहायक जेल अधीक्षक के पद में थे. उत्तम पटेल उप जेल अधीक्षक के आने के बाद 8 लाख की राशि अहारित की गई. तो वहीं रायगढ़ में जेल अधीक्षक एकके मिश्रा के कार्यकाल में 4 लाख राशि अहारित की गई. शिकायक के बाद तीनों ने बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से राशि जेल में जमा की. मामले का खुलासा होने के बाद सहायक जेलर ने 23 लाख 84 हजार बैंक ड्राफ्ट से सरकारी खाते में जमा किया.
एक नजर इन अहम बातों पर
छत्तीसगढ़ में कुल 33 जेल है, जिसमें 5 कन्द्रीय जेल शामिल है.
इन सभी जिला जेल, उप जेल और केन्द्रीय जेल में 19 हजार बंदी है.
अकुशल बंदियों को 65 रूपए और कुशल बंदियों को रूपए प्रति दिन मिलता है.
गृहमंत्री ने दिए कार्रवाई के निर्देश
प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने हालांकि साफ तौर पर कहा है कि भ्रष्ट्रचारियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जेल विभाग में पहेल ट्रांसफर नहीं होता था. लेकिन अब हो रहा था. थोड़ी सी भी गलती की सूचना मुझे मिलेगी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.