रायपुर। बस्तर जिले के बड़े किलेपाल गांव की महिलाओं को घर पर खाली बैठना और हर बात के लिए पति पर निर्भर रहना पसंद नहीं था। ऐसे में दो साल पहले जब गोधन न्याय योजना की शुरूआत हुई तो इन महिलाओं को ये अहसास हो गया कि अब इनके दिन बहुरने वाले हैं। बड़े किलेपाल की 10 महिलाओं ने दो साल पहले गोबर खरीदना शुरू किया और अब तक ये 2018 क्विंटल गोबर खरीद चुकी हैं। इन महिलाओं ने वैजेन्ती नाम से महिला स्व सहायता समूह बनाया और दो साल में ही 570 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद बना डाला। इसमें से 530 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट की बिक्री के बाद इन्हें 02 लाख 08 हजार रूपए का मुनाफा हुआ है। इन महिलाओं ने इस आमदनी से अपने लिए गहने खरीदे हैं, ताकि शौक भी पूरा हो जाए और वक्त पड़े तो गहने काम भी आ जावें। इसके अलावा उन्हें कुछ पैसे अपने बचत खातों में भी डाल दिए हैं।
गोबर बेचकर गहने खरीद रही हैं महिलाएं, ताकि वक्त पड़े तो काम आवे
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