सरगुजा. मैं खुद पुलिस (Police) में हूं और मेरे घर चोरी हुई.अब तक चोर (Thief) पकड़े नहीं गए तो फिर सोचा जा सकता है कि आम आदमी का क्या हाल होता होगा. ये कहना है चोरी से पीड़ित एक पुलिस आरक्षक (Police Constable) का. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Sarguja) संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर (Ambikapur) में एक ही रात में आस पड़ोस के दो मकानों मे चोरी की घटना के बाद पुलिस (Police) की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दोनों घरों में चोरी का आंकलन तो फिलहाल नहीं हो पाया है. फिर भी चोरी करीब 4 से 5 लाख रुपए की मानी जा रही है.
अम्बिकापुर (Ambikapur) से झारखंड (Jharkhand) जाने वाले मुख्य मार्ग से लगे तकिया रोड इलाके के दो माकानों में चोरी की घटना हुई है. जिन दो घरों में चोरी की वारदात हुई है, उनमे एक माकान एसपी आफिस (SP Office) के विशेष शाखा मे पदस्थ आरक्षक इमरान गालिब का है तो दूसरा माकान शिक्षक का है. दरअसल दोनों घरों के लोग दीपावली त्यौहार की छुट्टी में बाहर गए हुए थे. जब बुधवार को त्यौहार मना कर वे घर लौटे तो दोनों घर के ताले टूटे मिले और घर के अंदर का सामान बिखरा पड़ा मिला. जिसके बाद पीड़ित दोनों परिवार के लोगों का मानना है कि उनके घर मे करीब 4 लाख रुपए के सामानों की चोरी हुई है.
पहले भी हो चुकी है चोरी
जिस पुलिस आरक्षक इमरान के घर चोरी हुई है, उसका अपने ही विभाग के लोगों पर आरोपियों को पकड़ने में लापरवाही का आरोप है. इमरान का कहना है कि इससे पहले भी उसके घर मे चार लाख रुपये के सामानों की चोरी हो चुकी है, लेकिन कोतवाली थाना के लोगों ने कोई कार्रवाई नहीं की. इमरान का आरोप है कि कोतवाली पुलिस थाने के अफसरों ने कार्रवाई की बजाय कह दिया कि भगवान चाहेगा तो सब मिल जाएगा.
पॉश कॉलोनी में वारदात
अम्बिकापुर के जिस स्थान पर चोरी की ये वारदात हुई है, वहां से चंद दूरी पर शहर के दो निजी अस्पताल, फॉरेस्ट कॉलोनी और पॉश कॉलोनी है, लेकिन उसके बाद भी चोरों के हौसला देखकर ये लगता है कि चोरो और अपराधियों पर पुलिस की पकड़ ढीली पड़ती जा रही है. वहीं एक साथ आजू बाजू के दो घऱ मे चोरी की वारदात के बाद मौके पर पहुंचे कोतवाली थानेदार दिलबाग सिंह की मानें तो दो घरों के ताले टूटे हैं, लेकिन अभी चोरी का आंकलन नहीं हो पाया है.