नई दिल्ली। भारतीय पत्रकारों और मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की इजराइली स्पाइवेयर ‘पेगासस’ का इस्तेमाल कर जासूसी करने का खुलासा हुआ है। मई के महीने में यह जासूसी की गई है। यह खबर सामने आने के बाद देश की राजनीति में हलचल पैदा हो गई है। इस मामले के सामने आने के बाद भारत सरकार की ओर से WhatsApp से इसे लेकर सवाल किया गया है कि आखिर इस तरह का उल्लंघन किस तरह से हुआ है। वहीं सरकार ने करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताते हुए कंपनी से सवाल किया है कि आखिर वह किस तरह निजता की सुरक्षा को अंजाम दे रही है। इस बीच अब कांग्रेस भी मोदी सरकार पर इस मामले को लेकर हमलावर हो गई है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे लेकर पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए राफेल डील का जिक्र कर डाला है।
राहुल गांधी का हाल ही में एक ट्वीट सामने आया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि ” सरकार ने WhatsApp से पूछा है कि भारतीय नागरिकों की जासूसी करने वाली ‘पेगसास’ को किसने खरीदा है। यह वैसा ही है कि जैसे मोदी दसॉल्ट से पूछ रहे हैं कि भारत में राफेल जेट्स की खरीदी पर किसने पैसा बनाया।”
इसके पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करते हुए जानकारी साझा की थी कि सरकार भारतीय नागरिकों की निजता को लेकर चिंतित है। उन्होंने ट्वीट के जरिये WhatsApp से भारतीय नागरिकों की निजता की सुरक्षा से जुड़े सवाल पूछे हैं।