पणजी। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक अब गोवा के राज्यपाल होंगे। रविवार शाम उन्होंने पणजी में राज्यपाल के पद की शपथ ली। बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस प्रदीप नंदराजोग ने राजभवन में गोवा के राज्यपाल के रूप में सत्य पाल मलिक को पद की शपथ दिलाई। शपथ लेने के बाद सत्य पाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एक ऐसी जगह है जिसे बहुत समस्याग्रस्त माना जाता है। वहां से मैं मुद्दों से सफलतापूर्वक निपटने के बाद यहां एक शांतिपूर्ण और प्रगतिशील जगह पर हूं। इसलिए, मुझे लगता है कि मैं यहां काफी शांतिपूर्ण तरीके से समय बिताऊंगा।
वे अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल रहे। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का निर्णय उनके कार्यकाल के दौरान ही लिया गया था, जिसने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था। मलिक को गत 25 अक्टूबर को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा गोवा के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने मृदुला सिन्हा की जगह पदभार संभाला है। सिन्हा का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो गया था।
मलिक जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल थे, जब अनुच्छेद 370, जो तत्कालीन राज्य को विशेष दर्जा दिया गया था, को समाप्त कर दिया गया था और राज्य को जम्मू और कश्मीर के दो केंद्र शासित प्रदेशों और लद्दाख में विभाजित किया गया था।
मलिक ने 1965 में स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय राम मनोहर लोहिया की समाजवादी विचारधारा से प्रेरित होकर राजनीति में प्रवेश किया। वह पहली बार 1980 में लोकदल का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यसभा के लिए चुने गए। उन्हें 1986 में कांग्रेस पार्टी के नेता के रूप में राज्यसभा के लिए भी चुना गया। मलिक बाद में भाजपा में शामिल हो गए और 2005 में लोकसभा के लिए चुने गए।