रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में अदम्य साहस का परिचय देने वाले चार पुलिसकर्मियों को राज्य अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ शौर्य पदक से सम्मानित किया गया। अपनी माटी की रक्षा के लिए जान न्योछावर करने वाले युगल किशोर और कृषलाल को मरणोपरांत छत्तीसगढ़ शौर्य पदक से सम्मानित किया गया। सहायक उप निरीक्षक सुरेश कश्यप और प्रधान आरक्षण ताती मुकेश प्रथम छत्तीसगढ़ शौर्य पदक पुरस्कार प्रदान किया गया। वर्ष 2017 में राजनांदगांव के गातापार के भवे जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में युगल किशोर वर्मा और कृषलाल साहू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस को भावे के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी।
पुलिसकर्मी युगल किशोर और कृषलाल ने जान की परवाह किए बिना नक्सलियों पर धावा बोल दिया। इस दौरान नक्सलियों की गोली लगने से दोनों को वीरगति प्राप्त हुए। राज्य आलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युगल किशोर की पत्नी उप निरीक्षक माधुरी वर्मा और कृषलाल की पत्नी अहिल्या साहू को सम्मान प्रदान किया। शहीदों के सम्मान में सभी समारोह स्थल तालियों से गूंज उठा।
बस्तर अंचल में प्रजातंत्र की रक्षा के लिए अपने जान की परवाह न करते हुए सुरेश कश्यप और ताती मुकेश की वर्ष 2018 में दंतेवाड़ा के तिमानेर जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। बेहतर रणनीति के तहत दोनों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस कार्रवाई में आठ नक्सलियों के शव, दो इंसास, दो 303 रायफल बरामद हुआ था।
राज्योत्सव के तीसरे दिन रविवार को अलग ही नजारा देखने को मिला। सतरंगी रोशनी में डूबा साइंस कॉलेज परिसर शबनमी शाम को छटा बिखेर रहा था। इस छटा और सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाने प्रदेश भर के नागरिक पहुंचे। कई हजार लोग शरीक हुए। पूरे परिसर में जिधर देखो उधर सिर ही सिर दिखाई दे रहा था। दर्शकों ने विभिन्न् विभागों के स्टालों को देखा, खरीदारी की फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया। इस अवसर पर आठ विभूतियों को अलग-अलग क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए राज्य अलंकरण से अंलकृत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रदेश भर के 200 से अधिक कलाकारों ने प्रस्तुति दी।