भूपेश बोले-रमन के पास अल्लादीन का चिराग है, मोदी को हटा उन्हें पीएम क्यों नहीं बना देते

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अगर, रमन के पास अल्लादीन का चिराग है, तो क्यों भाजपा नरेंद्र मोदी को हटाकर रमन को प्रधानमंत्री नहीं बना देती? रमन ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में आर्थिक मंदी का असर नहीं है, तो उसके लिए उनकी 15 साल की सरकार की मेहनत है। भाजपा सरकार ने ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया है कि मंदी का छत्तीसगढ़ पर असर नहीं पड़ा है।

राजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा है कि रमन सरकार ने छत्तीसगढ़ के गरीबों को और गरीब, कमजोर और और कमजोर का करने का काम किया है। इस कारण तो यहां गरीबी का प्रतिश्ात बढ़ा है। कुपोषण के शिकार लोग बढ़े हैं। बघेल ने पूछा कि रमन बता दें, उनकी सरकार में कितने इन्वेस्टर्स मीट हुए और कितने उद्योग छत्तीसगढ़ आए।

धान के लिए कर्ज लेना पड़ता है, हमने लक्ष्य और मूल्य बढ़ाया

मुख्मयंत्री बघेल ने रमन और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि क्या उनकी सरकार घर के पैसे से धान खरीदती थी? धान खरीदने के लिए सरकार को कर्ज लेना होता है। पिछली सरकार में 65 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जाता था।

किसानों को महज 1750 स्र्पये समर्थन मूल्य देते थे, इसलिए 10 हजार करोड़ का कर्ज लिया करते थे। मौजूदा सरकार ने 25 सौ स्र्पये प्रति क्विंटर की दर से 85 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है, इसलिए कर्ज भी ज्यादा लेना पड़ रहा है। कांग्रेस सरकार 21 हजार करोड़ कर्ज लेने जा रही है।

शर्त को शिथिल करने की मांग कर रही कांग्रेस

पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र ने शर्त रख दी है कि उसके द्वारा तय समर्थन मूल्य से ज्यादा में धान खरीदने पर बोनस की राशि नहीं दी जाएगी। कांग्रेस आंदोलन के माध्यम से केवल इस शर्त को शिथिल करने की मांग कर रही है। केंद्र सरकार ने समर्थन मूल्य 1815 स्र्पये प्रति क्विंटल तय किया है। प्रदेश सरकार प्रति क्विंटल पर 685 स्र्पये ज्यादा खुद भुगतान करने को तैयार है।

भाजपा को थी छूट, कांग्रेस सरकार को क्यों नहीं?

प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि केंद्र सरकार को प्रसन्न् होनी चाहिए कि प्रदेश की कोई सरकार ऐसी है, जो किसानों का हित सोच रही है, लेकिन दुर्भावनावश शर्त रख दी गई है। इसके पहले प्रदेश में भाजपा सरकार थी, तब समर्थन मूल्य के अलावा बोनस मिलाकर दो हजार स्र्पये दिया जाता था, क्योंकि चुनाव था, इसलिए उसे मोदी सरकार ने छूट दे दी थी। पुनिया ने कहा कि कांग्रेस घर-घर पम्पलेट बांटकर इस बात को न केवल किसान, बल्कि हर व्यक्ति तक पहुंचाएगी।

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