भारत ने 2,000 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल का ओडिशा के बालासोर से सफल रात्रि-परीक्षण किया है। रक्षा सूत्रों ने कहा कि सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) से किया गया।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिसाइल के मामले में पाकिस्तान आज भी भारत के सामने बच्चा है। भारत के पास खुद की अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल मौजूद है जबकि पाकिस्तान के लिए यह अब भी एक सपना है। भारत के पास अग्नि मिसाइलों की पूरी श्रृंखला है।
अग्नि 5
यह अग्नि सीरीज की इंटर-कॉन्टिनेन्टल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी रेंज 5500 किलोमीटर होने के साथ ही यह कई मामलों में विश्वस्तरीय है। इसकी विशेषता ये है कि समय आने पर इसकी रेंज में बढ़ोतरी भी की जा सकती है।
अग्नि 4
अपने पुराने वर्जनों के मुकाबले अग्नि-4 मिसाइल काफी हल्की है और इसमें नई तकनीक इस्तेमाल की गई है। भारतीय सेना में शामिल यह मिसाइल 4000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक जमीन से जमीन पर मार कर सकती है।
अग्नि 3
अग्नि-3 मिसाइल की लंबाई 17 मीटर और दो मीटर व्यास की है। इसकी खासियत है कि जमीन से जमीन पर मार करने की क्षमता रखने वाली यह मिसाइल 3500 किलोमीटर दूर वार कर सकती है। यह डेढ़ टन तक पेलोड ले जाने की क्षमता रखती है। इसमें एडवांस कम्प्यूटर और नेविगेशन सिस्टम लगा है।
अग्नि 2
अग्नि-2 मिसाइल की खासियत है कि यह एक टन का पेलोड ले जाने के साथ ही दो हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है। अग्नि-2 अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम और तकनीक से लैस है। इसे भी भारतीय सेना में सम्मिलित किया जा चुका है।
अग्नि 1
अग्नि-1 मिसाइल का निर्माण भारत में 1999 में ही शुरू हो गया था जबकि इसका पहला परीक्षण 2002 में किया गया था। अग्नि-1, 700 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है। अग्नि-1 भारतीय सेना में शामिल हो चुकी है। इसे कम मारक क्षमता वाली मिसाइल के तौर पर विकसित किया गया है।