गरियाबंद 18 नवंबर 2019। जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम हरदी के माध्यमिक शाला के छात्र ,छात्रा एवं पालको ने स्कूल में ताला जड दिया है। स्कूल के दरवाजे के बाहर बैठकर शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बच्चों का कहना है कि 3 में से 2 शिक्षक पिछले 2 माह से स्कूल नहीं आ रहे हैं वहीं संस्था की प्राचार्य से भी पालक नाराज हैं। दरअसल लंबे समय से हरदी के ग्रामीण शिक्षकों की मांग को लेकर शासन-प्रशासन के आगे अपनी गुहार पेश कर चुके हैं, इसके बाद भी इनकी अर्जी नहीं सुनी गई। इधर जैसे ही स्कूल में हंगामे की खबर बड़े अधिकारियों मिली तो सभी स्कूल की और दौड़ लगाते पहुंचे। बच्चों ने कहा कि बीते 4 माह से शिक्षकों की मांग छात्र कर रहे है पर किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया, परेशान होकर आज स्कूल में तालाबंदी की गई।
वहीं ग्रामीणों कहा कि प्रभारी प्रचायँ और शिक्षकों के बीच अक्सर विवाद होने के चलते शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। प्रभारी प्राचार्य से भी ग्रामीण काफी नाराज हैं। अभी तक कई कक्षाओं में केवल पाठ एक और पाठ दो ही पढ़ाया गया है जबकि अर्धवार्षिक परीक्षा के आसपास सिलेबस आधा पूरा हो चुका होना था। लगातार शिक्षकों के मांग के बाद भी तो शासन की अनदेखी पर ग्रामीण आक्रोशित नजर आ रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि जब स्कूल में शिक्षक है ही नहीं तो वह बच्चों को पढ़ाने भेज कर क्या करेंगे सिर्फ मध्यान भोजन के लिए स्कूल नहीं भेजा जा सकता इसी को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने माध्यमिक शाला में ताला जड़ दिया है वही ताला जड़ने के बाद अब प्रशासन तक जब यह बात पहुंची तो वे एकाएक सक्रिय नजर आ रहे हैं और दौड़ धूप में जुटे हुए हैं।
पालकों का कहना है कि वे कई दिनों से शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों से शिक्षकों की मांग कर रहे हैं मगर कोई ध्यान नहीं दे रहा है ऐसे में उनके पास तालाबंदी के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। क्योंकि 102 दर्ज संख्या वाले स्कूल में मात्र एक शिक्षिका पढ़ाती है तथा सभी किस्म के जरूरी कार्या अकेले कर ही नहीं सकती 3 से 4 शिक्षक की जरूरत पड़ती है ऐसे में बच्चों की पढ़ाई ठप हो रही है