रायगढ़ – युवा महोत्सव में दिखी छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक

रायगढ़। जिला स्तरीय युवा महोत्सव का शुभारंभ आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महापल्ली में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद सीईओ सागर सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति अनोखी है और आज यहां जिले के चयनित कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा राष्ट्र की धुरी है और राष्ट्र की बागडोर उनके हाथों में है। स्वामी विवेकानंद के कथन का स्मरण करते हुए युवाओं को आव्हान करते हुए उन्होंने कहा कि उठो, जागो तब तक प्रयास करो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये। सहायक संचालक खेल संजय पॉल ने बताया कि 32 विधाओं में विकासखण्ड से चयनित कलाकार आज यहां प्रस्तुति दे रहे है। यहां से चयनित कलाकार 12 से 15 जनवरी को रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में शिरकत करेंगे।

युवा महोत्सव में रायगढ़ की श्रुति दास ने ओडिसी का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए रौद्र रूप में माता दुर्गा के महिषासुर वध की अनूठी प्रस्तुति दी। पुसौर की धरित्रि सिंह चौहान ने कथक में ठुमरी, शिव स्तुति, तत्कार, आमद एवं तुकड़े के माध्यम से भाव नृत्य की प्रस्तुति दी। रायगढ़ के ही लोकरंग दल के कलाकारों ने ददरिया एवं सुआ नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी जिसमें अमरैया चिरैया के किलोर जाये… माटी के दिया पोनी के बाती… ददरिया के माध्यम से लोकनृत्य की प्रस्तुति दी। करमा नृत्य सारंगढ़ के कलाकारों ने खेती-किसानी के दिनों में करमा एवं सरहुल के माध्यम से आयो घर गेलो, बबा घर गेलो, मिंजुरा-मिंजुरा बोले ला… के काटै के काटै नवा करम डाइर… उल्लास के अभिव्यक्ति की गई। घरघोड़ा के अजय कुमार खूंटे एवं उनकी टीम द्वारा ऊर्जावान पंथी नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई।

बरमकेला के प्रकाश ताण्डी ने लोकगीत छइंया-भुईयां प्रस्तुत किया। पुसौर के कलाकारों ने डण्डा पार्टी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी। वहीं शरद कुमार मेहर के सुमधुर वायलिन वादन से श्रोता आनंदित हुए। विवेक देवांगन के बांसुरी वादन एवं हरिकृष्ण तिवारी के सितार वादन तथा कन्हैया लाल पटेल, आयुष पटनायक एवं लम्बोदर प्रसाद पटेल के तबला वादन ने समां बांध दिया। इस अवसर पर अरूण जायसवाल सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शैलेन्द्र नंदे ने किया।

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