जशपुरनगर। अब शिक्षा की राह में आगे बढ़ने के लिए दृष्टिबाधित छात्रों को कोई बाधा नहीं होगी। छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक विशेष स्मार्ट स्कूल स्थापित होने जा रहा है, जहां दृष्टिबाधित छात्र इंटरनेट और ब्रेल लिपि की डिजिटल तकनीक के समन्वय के साथ विभिन्न् विषयों की शिक्षा ले सकेंगे। पढ़ाई के बीच माइंड रिलेक्शेसन और एंटरटेनमेंट के लिए ऑन लाइन गेमिंग का आनंद भी छात्र इस स्मार्ट क्लास में ले सकेंगे। जशपुर जिले के ग्राम पंचायत गम्हरिया के दमगड़ा में संचालित दृष्टिबाधितार्थ विशेष स्कूल में स्मार्ट क्लास का सेटअप बंगलुस्र् की एक आईटी कंपनी द्वारा स्थापित किया जा रहा है। इस स्कूल में इस समय कक्षा 1 से 5 तक 15 विशेष बच्चे अध्ययनरत हैं। इन बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए स्मार्ट क्लास रूम की शुरूआत की जा रही है। इस स्मार्ट क्लास के लिए जिला प्रशासन ने खनिज न्यास निधि से 12 लाख स्र्पये उपलब्ध कराए हैं।
यहां पदस्थ ब्रेल लिपि के शिक्षकों को थिंकर बेल लैब के विशेषज्ञों द्वारा विधिवत प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। बंगलुस्र् से आए आईटी विशेषज्ञ अमन और अविकांत ने एनी डिवाइस से ब्रेल लिपि के अध्ययन-अध्यापन के बारे में जानकारी दी। अमन ने बताया कि इससे पहले रांची में संचालित दृष्टिबाधित बच्चों के स्कूल में एनी डिवाइस के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जशपुर का यह स्कूल इस पूरे अंचल का दूसरा स्कूल है, जहां एनी डिवाईस से दृष्टिबाधित बच्चों को अध्ययन-अध्यापन की सुविधा मिली है। उन्होंने बताया कि एनी डिवाईस ब्रेल स्मार्ट क्लास के लिए विशेष तौर पर तैयार की गई है।
इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस के माध्यम से दृष्टिबाधित बच्चे किसी भी भाषा में किसी भी भाषा की ब्रेल लिपी को सहजता से सीख सकते हैं। इस डिवाइस का प्रयोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्थिति में किया जा सकता है। डिवाइस के माध्यम से ब्रेल लिपि के अध्ययन-अध्यापन के दौरान वाईस के माध्यम से स्पष्ट जानकारी दृष्टिबाधित बच्चों को मिलती है। यह डिवाइस ब्रेल टाइपराइटर और ब्रेल लिपि सीखने के वर्तमान माध्यम से कई गुना हाईटेक व सहज है।
गम्हरिया के विशेष शाला में लगाए गए एनी डिवाइस हिन्दी और अंग्रेजी वर्जन में ब्रेल लिपि की प्राथमिक शिक्षा में सहायक होंगे। थिंकर बेल लैब द्वारा इस डिवाईस के माध्यम से माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा के लिए एप्लिकेशन तैयार किया जा रहा है। जिसे ऑनलाइन अपडेट भी किए जाने की व्यवस्था है। एनी डिवाइस के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन की मॉनिटरिंग भी आनलाइन किए जाने की सुविधा है। प्रत्येक बच्चे द्वारा इस डिवाइस के माध्यम से अध्ययन किए गए अध्याय और उसके परफॉर्मेन्स की रिपोर्ट भी देखी जा सकती है।