वायनाड से सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को विभिन्न श्रमिक संगठनों की ओर से बुलाए गए ‘भारत बंद’ का समर्थन करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बंद बुलाने वाले कामगारों को मैं सलाम करता हूं।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी-शाह सरकार की जनविरोधी, श्रमिक विरोधी नीतियों ने भयावह बेरोजगारी पैदा की है और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को कमजोर किया जा रहा है, ताकि इन्हें मोदी के पूंजीपति मित्रों को बेचने को सही ठहराया जा सके। आज 25 करोड़ कामगारों ने इसके विरोध में भारत बंद बुलाया है। मैं उन्हें सलाम करता हूं।’
बता दें कि मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ 10 मजदूर संगठनों ने बुधवार को भारत बंद के रूप में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इनका दावा है कि भारत बंद में 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। इसके कारण देश के विभिन्न स्थानों जिसमें पश्चिम बंगाल और ओडिशा भी शामिल हैं, वहां रेल सेवा प्रभावित हुई हैं।
जिन दस मजदूर संगठनों ने बंद बुलाया है उनमें सेंटर ऑफ ट्रेड यूनियंस, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस सहित अन्य शामिल हैं। इन्होंने 12-सूत्री मांग के साथ हड़ताल का आह्वान किया है। हालांकि मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल में हिस्सा नहीं ले रहा है।
हड़ताल से बंगाल के कुछ हिस्सों में सड़क, रेल यातायात प्रभावित
केंद्र सरकार की ‘जन-विरोधी’ नीतियों के खिलाफ बुधवार को बुलाए गए एक दिन की हड़ताल के समर्थन में मजदूर संगठनों के साथ ही वामपंथी दलों और कांग्रेस समर्थकों के प्रदर्शनों के चलते पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में सड़क और रेल यातायात बाधित हुआ। हड़ताल समर्थकों ने राज्य के कुछ हिस्सों में रैलियां निकालीं और उत्तर 24 परगना जिले में सड़कों और रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया। हालांकि, पुलिस ने तत्काल वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए उन्हें हटा दिया।