वर्षाकालीन सब्जियों व खरीफ फसलों के लिए सामयिक सलाह दी गई

रायपुर : छत्तीसगढ़ के अधिकांश भागों में मानसून वर्षा प्रारंभ हो चुकी है। कृषि विभाग द्वारा खरीफ मौसम में किसानों के लिए जारी की गई सामयिक सलाह में खेतों की जुताई कर खरीफ फसलों की बोआई करने की सलाह दी गई है। किसानों को बोआई के पूर्व बीजों को उपचारित करने भी कहा गया है।
सामयिक सलाह में खरपतवार नियंत्रण के लिए रोपा धान में सकरी पत्ती वाली एवं चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार के नियंत्रण हेतु बुवाई के 3 से 7 दिन के अंदर ब्युटाक्लोर 3 लीटर दवा 500 लीटर पानी प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करने कहा गया है। धान की रोपाई वाले कुल क्षेत्रफल के दसवें भाग में नर्सरी तैयार करें इसके लिए मोटे धान वाली किस्मों की मात्रा 50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर या पतला धान की किस्मों की मात्रा 40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बीज डालने की सलाह दी गई है। उकठा ग्रसित क्षेत्रों में अरहर के साथ ज्वार की मिलवा खेती करने से अरहर में उकठा (विल्ट) रोग कम लगता है। मूंगफली, सोयाबीन एवं अरहर हेतु जल निकास की व्यवस्था कर बुवाई करनी चाहिए। सोयाबीन एवं अन्य दलहनी फसलों के बीजों की राइजोबियम कल्चर 5 ग्राम एवं पी.एस.बी. 10 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचार करने और सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण के लिए अंकुरण पूर्व क्यूजोलाफाप-पी-एथिल, इमेजाथाइपर या पेन्डीमेथिलिन या मैट्रीबुजिन का छिड़काव करने की सलाह दी गई है।
वर्षाकालीन सब्जियों के लिए दी गई सलाह में कद्दूवर्गीय, लौकी, करेला इत्यादि बेल वाली फसलों को बाड़ी में लगाने इसी प्रकार टमाटर, बैगन, मिर्च, भिन्डी एवं अन्य सब्जी वाली फसल में निंदाई गुडाई करने कहा गया है। सामयिक सलाह में केले के पौधे की रोपाई का कार्य आरंभ करने  और अन्य फलदार पौधों को लगाने का कार्य भी आरंभ करने कहा गया है।

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