रायपुर : दिव्यांगों के सामाजिक पुनर्वास हेतु कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए राज्य के 10 आकाक्षी जिलो मे तथा चार गैर आकांक्षी जिलों में मूल्यांकन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर नीति आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन और भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) जबलपुर के प्रतिनिधियों के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं।
मूल्यांकन शिविरों के आयोजन के लिए जिलेवार तिथि निर्धारित की गई है। रायपुर,सुकमा और कांकेर जिले में मूल्यांकन शिविरों का आयोजन प्रारंभ हो चुका है,शेष महासमुंद और बीजापुर जिले में 25 और 26 जुलाई,दुर्ग और दंतेवाड़ा जिले में 29 से 31 जुलाई,राजनांदगांव और बस्तर जिले में आगामी एक अगस्त से तीन अगस्त,बालोद और कोण्डागांव जिले में पांच से छः अगस्त, धमतरी और नारायणपुर जिले में सात से आठ अगस्त और कोरबा जिले में आठ से 11 अगस्त तक मूल्यांकन शिविरों का आयोजन किया जाएगा। कांकेर जिले में विकासखण्ड स्तर पर 12 से 14 अगस्त तक इन शिविरों का आयोजन होगा। विशेष परिस्थितियों में जिलेवार तिथियों में परिवर्तन किया जा सकता है।
मूल्यांकन शिविरों में विशेषज्ञों के दल द्वारा दिव्यांगों के स्वास्थ्य की जांच कर उनकी आवश्यकता अनुसार उपकरणों के लिए पंजीकृत किया जाएगा। दिव्यांगों के प्रमाणीकरण तथा पंजीयन के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से व्यवस्था की जाएगी, जिससे दिव्यांगों को स्थल पर ही प्रमाण-पत्र प्राप्त हो सके। आय प्रमाण-पत्र प्रदान करने के लिए शिविर में राजस्व अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। इस दौरान दिव्यांगों को पूर्व में वितरित उपकरण विशेष कर मोटर्राज्ड ट्रायसायकल के सुधार के लिए तकनीकी दल भी एलिम्को द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। निर्धारित तिथियों को दिव्यांगों को लाने और ले जाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी।