नई दिल्ली. देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने कोरोना काल में काम करने वाले अपने 80,000 फ्रंटलाइन कर्मचारियों को बड़ा दिया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ICICI बैंक ने अपने फ्रंटलाइन कर्मचारियों की सैलरी में 8 फीसदी तक बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. ये कमर्चारी बैंक के कुल वर्कफोर्स के 80 फीसदी से ज्यादा हैं. यह फैसला COVID-19 महामारी के दौरान प्रदान की गई सेवाओं की मान्यता में लिया गया है.
जुलाई से बढ़ेगी सैलरी
सूत्रों ने कहा कि 8 फीसदी तक सैलरी में बढ़ोतरी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए है और जुलाई से लागू होगा. बैंक को भेजे गए एक ई-मेल की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. सूत्रों ने कहा कि ये कर्मचारी M1 और नीचे के ग्रेड से हैं, ज्यादातर फ्रंटलाइन स्टाफ हैं जो ग्राहकों का सामने करने वाली भूमिका में हैं. वे शाखाओं और बैंक के अन्य कार्यों के कामकाज को सुनिश्चित करते हैं.
सैलरी में बढ़ोतरी का फैसला ऐसे समय में किया गया है जब कुछ संगठनों ने वेतन बढ़ोतरी या यहां तक कि वेतन में कटौती करने के लिए मजबूर किया गया है क्योंकि वे कॉस्ट पर कुछ नियंत्रण करना चाहते हैं. COVID-19 महामारी के आर्थिक प्रभाव के कारण लागत में कमी आना लाजिमी है, जिसके परिणामस्वरूप मार्च के अंत से पूरे देश में लॉकडाउन लागू हुआ है और इससे आर्थिक गतिविधियों को बाधित हुई.
मार्च तिमाही में निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक का शुद्ध लाभ 26 फीसदी बढ़कर 1,221 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 969 करोड़ रुपये था.